प्रशांत किशोर का नीतीश कुमार पर हमला, बोले- "जनता के बीच उनकी साख पूरी तरह से खत्म हो गई है"
By एस पी सिन्हा | Published: December 4, 2022 08:04 PM2022-12-04T20:04:53+5:302022-12-04T20:09:16+5:30
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश के झूठ का घड़ा भर गया है। हर गांव में लोग उनसे आक्रोशित हैं। वे जिस किसी जनसभा में जायेंगे, वहां हंगामा होगा।
पटना: बिहार में जन सुराज यात्रा पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि लगातार गलतबयानी और झूठ बोलने के कारण नीतीश कुमार की साख जनता के बीच पूरी तरह खत्म हो गई है।
पीके ने कहा कि नीतीश के झूठ का घड़ा भर गया है। हर गांव में लोग उनसे आक्रोशित हैं। वे जिस किसी जनसभा में जायेंगे, वहां हंगामा होगा। उन्होंने कहा-नीतीश कुमार को मैं फिर चुनौती देता हूं, अगर उनमें हिम्मत है तो बगैर सरकारी सुरक्षा के बिहार के किसी पंचायत में लोगों के साथ एक जनसभा करके दिखा दें।
उन्होंने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान नीतीश कुमार घूम घूम कर कह रहे थे कि 10 लाख नौकरी देने की बात कहने वाला लोगों को ठग रहा है। वह कहां से पैसा लायेगा? लेकिन जब तेजस्वी यादव के साथ सरकार बनाया तो गांधी मैदान से कह दिया कि 10 लाख नौकरी देंगे। 15 अगस्त को एलान करने के बाद नौकरी देने के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि ये तो सिर्फ एक उदाहरण है। नीतीश कुमार ने लगातार गलतबयानी की है। ऐसे में जनता के बीच उनकी साख पूरी तरह खत्म हो गई है।
चुनावी रणनीतिकार किशोर ने कहा कि कुढनी में चुनाव प्रचार करने गये नीतीश-तेजस्वी की सभा में हंगामा इस बात का उदाहरण है कि लोगों में किस कदर गुस्सा भर गया है। अभी उन्होंने नौकरी मांगने वालों को अपने पार्टी के लोगों से पिटवा दिया, कहीं पुलिस से पिटवायेंगे। लेकिन लोगों का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। नीतीश जिस सभा में जायेंगे वहां कभी टीईटी पास अभ्यर्थी प्रदर्शन करेंगे, कहीं शिक्षकों का आक्रोश फूटेगा, कहीं सांख्यिकी सहायक भड़केंगे तो कहीं ग्रामीण नारेबाजी करेंगे। नीतीश कुमार के झूठ से परेशान लोगों के सब्र का बांध टूटने लगा है।
पीके ने कहा कि बिहार के लोगों को तेजस्वी यादव से सवाल पूछना चाहिये। 2020 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव घूम घूम कर कह रहे थे कि सरकार बनते ही वे पहली कैबिनेट की बैठक में दस लाख नौकरी देने की फाइल पर साइन करेंगे। लोगों को उनसे पूछना चाहिये। सरकार में आये हुए तेजस्वी यादव को चार महीने होने वाले हैं। क्या उनकी कलम टूट गयी है या स्याही सूख गया है या फिर कैबिनेट की बैठक ही नहीं हुई है?
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव यह दावा कर रहे थे कि बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के लाखों पद रिक्त हैं। फिर अब बिहार के शिक्षा मंत्री तेजस्वी यादव की पार्टी के हैं, ऐसे में तेजस्वी यादव क्यों नहीं नियुक्ति करा पा रहे हैं? टीईटी पास अभ्यर्थी पटना के गर्दनीबाग में लगातार धरना पर बैठे हैं।