स्वास्थ्य के आधार पर जमानत पर बाहर निकली प्रज्ञा ठाकुर ताजा वीडियो में कबड्डी खेलती दिखीं
By भाषा | Published: October 14, 2021 08:02 PM2021-10-14T20:02:44+5:302021-10-14T20:02:44+5:30
भोपाल, 14 अक्टूबर भारतीय जनता पार्टी की भोपाल से सांसद प्रज्ञा ठाकुर एक वायरल वीडियो में कथित तौर पर कबड्डी खेलती दिखाई दे रही हैं। वर्ष 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में चिकित्सा के आधार पर जमानत पर बाहर निकली प्रज्ञा लंबे समय से व्हीलचेयर तक सीमित थीं।
इससे पहले, चल रहे नवरात्रि उत्सव के दौरान प्रज्ञा के गरबा नृत्य में भाग लेने का एक वीडियो भी सामने आया था। हालांकि, प्रज्ञा की बहन ने कहा कि उनकी (प्रज्ञा) रीढ़ की हड्डी की समस्या उसे कभी भी परेशान कर सकती है ।
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में प्रज्ञा बुधवार को यहां काली मंदिर परिसर में कबड्डी खेलती दिखाई दे रही हैं। एक अन्य वीडियो में वह चल रहे नवरात्रि उत्सव में गरबा नृत्य करती नजर आ रही हैं।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सिंह सलूजा ने ट्विटर पर प्रज्ञा का वीडियो साझा किया और लिखा , ‘‘कौन झूठा, यह झूठ बोलता है कि हमारी सांसद जी बगैर सहारे के खड़ी नहीं हो सकती हैं, चल नहीं सकती हैं, व्हीलचेयर पर चलती हैं ? वो पूरी तरह स्वस्थ हैं, वो गरबा भी करती हैं, बास्केटबॉल भी खेलती हैं, ढोल पर थिरक भी लेती हैं..... ईश्वर उन्हें सदैव स्वस्थ रखे....।’’
सांसद का बचाव करते हुए उनकी बड़ी बहन उपमा ठाकुर ने पीटीआई-भाषा को फोन पर बताया कि वह रीढ़ की हड्डी के समस्या से पीड़ित हैं । उन्होंने कहा, ‘‘ आप नहीं जानते कि किस क्षण उसके लिए यह समस्या पैदा कर सकता है। उसकी एल 4 और एल 5 (रीढ़ की हड्डी) विस्थापित होने से उसे यह समस्या है क्योंकि एटीएस महाराष्ट्र (जांचकर्ताओं) ने उसे फर्श पर पटक दिया था।’’
उपमा ने कहा, ‘‘ जब भी उसे ये समस्या होती है तो उसका (उसके शरीर का) निचला हिस्सा बिना किसी संवेदना के रह जाता है.... यह तब भी हो सकता है, जब वह बैठती है या किसी वाहन से उतरती है।’’
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा , ‘‘ भोपाल की सांसद के अलग-अलग चेहरे हैं। कभी वो व्हीलचेयर पर नजर आती हैं तो कभी गरबा और कबड्डी भी खेलती हैं। उनके कई चेहरे हैं।’’
गुप्ता ने सवाल किया, ‘‘ मध्यप्रदेश के लोग जानना चाहते हैं कि उनका कौन सा चेहरा सही है- गरबा या कबड्डी खेलने वाला या व्हीलचेयर के सहारे चलने वाले का ?’’
मालूम हो कि 51 वर्षीय भाजपा सांसद मालेगांव विस्फोट मामले में स्वास्थ्य के आधार पर जमानत पर बाहर हैं और उन्होंने अपनी शारीरिक स्थिति का हवाला देते हुए निचली अदालत में व्यक्तिगत पेशी से छूट मांगी थी। वह लगभग नौ साल तक जेल में रही और 2017 में उन्हें जमानत मिल गयी है ।
प्रज्ञा के खिलाफ दर्ज मामला 29 सितंबर 2008 को महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए बम विस्फोटों से संबंधित है। इसमें कम से कम छह लोगों की मौत हो गई थी।
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