बंगाल चुनाव के दौरान हिंसा में पांच लोगों की मौत के बाद खड़ा हुआ सियासी तूफान
By भाषा | Published: April 10, 2021 09:45 PM2021-04-10T21:45:40+5:302021-04-10T21:45:40+5:30
कोलकाता/कूच बिहार, 10 अप्रैल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत 44 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान के दौरान शनिवार को हिंसा की घटनाएं देखने को मिलीं, जिसमें पांच लोग मारे गए। इनमें से चार लोगों की मौत केंद्रीय बलों द्वारा कथित तौर पर की गई गोलीबारी में हुई। वहीं, इस दौरान पांच उम्मीदवारों पर भी हमला किया गया। इन घटनाओं को लेकर सियासी तूफान खड़ा हो गया।
एक अधिकारी ने बताया कि अपराह्न पांच बजे तक 1.15 करोड़ मतदाताओं में से करीब 76.16 फीसदी ने वोट डाला।
पुलिस ने बताया कि कूचबिहार जिले में स्थानीय लोगों द्वारा कथित तौर पर हमला किए जाने के बाद केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के जवानों ने गोलियां चलायीं, जिसमें चार लोग मारे गए। पुलिस ने कहा कि स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर अर्द्धसैनिक बल के जवानों की राइफलें छीनने की कोशिश की थी।
अधिकारियों के अनुसार, निर्वाचन आयोग ने सीतलकूची में मतदान केंद्र संख्या 126 पर मतदान रोकने का आदेश दिया है, जहां मतदान के दौरान यह घटना घटी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार एक गांव में अपने ऊपर हमला किए जाने के बाद सीआईएसएफ जवानों की गोलीबारी में चार लोग मारे गए। वहां झड़प हुई और स्थानीय लोगों ने उनका घेराव कर लिया और उनकी राइफलें छीनने की कोशिश की जिसके बाद केंद्रीय बलों ने गोलियां चलाईं। विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।’’
अधिकारियों ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, आयोग के विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दूबे द्वारा सौंपी गयी विशेष रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 350-400 लेागों ने केंद्रीय बलों को घेर लिया जिसके बाद उन्होंने आत्मरक्षार्थ गोलियां चलायीं।
इस घटना के बाद इलाके में हिंसा फैल गयी और बम फेंके गये। केंद्रीय बलों को स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
एक अन्य घटना में सीतलकूची के पठानतुली इलाके में मतदान केंद्र संख्या 85 पर भाजपा एवं तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद आनंद बर्मन नामक एक मतदाता की गोली मार कर हत्या कर दी गयी।
इसी सप्ताह के प्रारंभ में सीतलकूची इलाके में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर हमला किया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कूच बिहार में हुई मौतों पर दुख प्रकट करते हुए शनिवार को निर्वाचन आयोग से इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई का अनुरोध किया। उन्होंने सत्तारूद्ध तृणमूल कांग्रेस पर चुनाव के दौरान हिंसा फैलाने का आरोप लगाया।
उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हार को भांपकर लोगों को केंद्रीय बलों के विरूद्ध भड़काने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘कूच बिहार में जो कुछ हुआ, वह दुखद है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं प्रकट करता करता हूं और निर्वाचन आयोग से कूचबिहार की घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध करता हूं । ’’
मोदी ने सिलीगुड़ी की एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘ममता दीदी और उनके टीएमसी के गुंडे भाजपा को मिल रहे जमीनी समर्थन से बौखला गए हैं । ’’
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल के लिये रवाना हो गईं और वह शोक संतप्त परिवारों से मिलेंगी। उन्होंने कूच बिहार के सीतलकूची में केंद्रीय सुरक्षा बलों की गोलीबारी में ‘‘मतदान के लिए लाइन में खड़े लोगों के मारे जाने की घटना’’ के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफा और जवाब मांगा है।
बनर्जी ने कहा कि उन्हें इस बात की आशंका थी कि बल इस प्रकार की कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने कहा , ‘‘ इतने लोगों की हत्या करने के बाद वे (निर्वाचन आयोग) कह रहे हैं कि गोलियां आत्मरक्षार्थ चलायी गयीं। उन्हें शर्मिंदगी महसूस होनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ यह झूठ है.. सीतलकूची में केंद्रीय बलों ने मतदान में खड़े लोगों पर गोलियां चलायीं जिसमें चार लोगों की जान चली गई। मुझे इस बात की लंबे समय से आशंका थी कि बल इस प्रकार की कार्रवाई करेंगे। भाजपा जानती है कि उसने लोगों का जनाधार खो दिया है, इसलिए वह लोगों को मारने का षड्यंत्र रच रही है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह घटना की सीआईडी जांच कराएंगी।
इस बीच, विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रो में तृणमूल कांग्रेस के एक और भाजपा के चार प्रत्याशियों पर हमला किया गया।
उत्तरी बंगाल के दिनहाटा में तृणमूल उम्मीदवार उदयनगुहा पर कथित तौर पर भाजपा कायकर्ताओं ने हमला किया। वह तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकतओं के बीच झड़प में घायल हो गये। दरअसल तृणमूल कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि भाजपा कार्यकर्ता उनके चुनावी एजेंट को मतदान केंद्र के भीतर नहीं जाने दे रहे हैं, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गयी। भाजपा ने तृणमूल के आरोपों का खंडन किया है।
कोलकाता के दक्षिणी छोर पर बेहाला पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी एवं अभिनेत्री पायल सरकार की कार को कुछ लोगों ने निशाना बनाया लेकिन वह सुरक्षित बच निकलीं।
हुगली जिले के चुचुड़ा क्षेत्र में तृणमूल समर्थकों ने भाजपा उम्मीदवार एवं लोकसभा सदस्य लॉकेट चटर्जी पर कथित रूप से हमला किया और उनके वाहन में तोड़फोड़ की। हालांकि, सत्तारूढ़ दल ने इस आरोप को खारिज किया है।
हावड़ा जिले की बाली सीट पर भाजपा प्रत्याशी बैशाली डालमिया के काफिले पर हमला किया गया। बदमाशों ने कथित रूप से काफिले के एक वाहन में तोड़फोड़ की। डालमिया ने तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था।
कोलकाता की कस्बा सीट पर भाजपा प्रत्याशी इंद्रनील खान का तृणमूल कार्यकर्ताओं ने कई बार घेराव किया।
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि यादवपुर निर्वाचन क्षेत्र के गांगुली बागान इलाके में माकपा उम्मीदवार सुजान चक्रवर्ती के बूथ एजेंट पर एक ‘‘फर्जी मतदाता’’ ने कथित तौर पर हमला कर दिया। उसने एजेंट पर मिर्ची का पाउडर फेंक दिया।
इस घटना के बाद उस स्थान पर केंद्रीय पुलिस बल की एक टुकड़ी भेजी गयी।
दक्षिण 24 परगना जिले के बांगोर विधानसभा क्षेत्र में इंडियन सेकुलर फ्रंट (आईएसएफ) और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच झड़प होने की खबर है। आईएसएफ कांग्रेस और वामदलों के साथ गठबंधन में शामिल है।
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