कैलाश विजयवर्गीय के स्वागत में लगे कुछ विवादित पोस्टरों को पुलिस ने हटाया
By भाषा | Published: June 12, 2019 05:09 AM2019-06-12T05:09:03+5:302019-06-12T05:09:03+5:30
पंढरीनाथ पुलिस थाने के एक उप निरीक्षक ने बताया कि मामले की सूचना मिलते ही उस पोस्टर को हटवा दिया गया जिसमें विजयवर्गीय तेंदुए के एक शावक को उठाये नजर आ रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के स्वागत में यहां लगाये गये कुछ विवादित पोस्टरों को पुलिस ने मंगलवार को हटवा दिया। इन पोस्टरों में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कथित रूप से अशोभनीय तौर पर पेश किया गया था।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख के ये विवादित पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं। पंढरीनाथ पुलिस थाने के एक उप निरीक्षक ने बताया कि मामले की सूचना मिलते ही उस पोस्टर को हटवा दिया गया जिसमें विजयवर्गीय तेंदुए के एक शावक को उठाये नजर आ रहे हैं। फोटो एडिटिंग के जरिये इस शावक के मुंह की जगह बनर्जी का चेहरा लगा दिया गया था। उन्होंने बताया कि बॉम्बे बाजार क्षेत्र और इससे सटे दो स्थानों पर भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के कुछ विवादित पोस्टर लगाये गये थे जिन्हें पुलिस ने हटवा दिया।
कुछ स्थानों पर पोस्टरों का विवादित हिस्सा ढंकवा दिया गया। विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल के प्रभारी भाजपा महासचिव हैं, जहां हाल के लोकसभा चुनावों में 42 में से 18 सीटें जीतने के बाद पार्टी बेहद उत्साहित है। लोकसभा चुनावों की सरगर्मियों के बाद भाजपा की "किसान आक्रोश रैली" में हिस्सा लेने गृहनगर पहुंचे विजयवर्गीय के स्वागत में उनके समर्थकों ने जगह-जगह पोस्टर लगाये थे। इस बीच, मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने बनर्जी के विवादित पोस्टरों को लेकर भाजपा पर निशाना साधा।
पटवारी ने यहां संवाददाताओं से कहा, "बड़ी चुनावी जीत का अहंकार भाजपा के लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। बनर्जी के अशोभनीय पोस्टर लगाना एक महिला होने के नाते उनका अपमान है। इस हरकत का जवाब हम तो देंगे ही, पश्चिम बंगाल की जनता भी भाजपा को इसका जवाब देगी।" बनर्जी के विवादित पोस्टरों के बारे में पूछे जाने पर भाजपा की शहर इकाई के मीडिया प्रभारी देवकीनंदन तिवारी ने कहा, "हमें मीडिया के जरिये इन पोस्टरों के बारे में जानकारी मिली है। विजयवर्गीय या भाजपा ने ये पोस्टर नहीं लगवाये थे।"