पुलिस-वकील झड़प: ये चार वकील हिंसा के लिए पुलिस के रडार पर, CCTV फुटेज से खुलासा, वकीलों का दावा, 'ये अधूरी तस्वीर'

By अभिषेक पाण्डेय | Published: November 7, 2019 08:21 AM2019-11-07T08:21:42+5:302019-11-07T08:25:47+5:30

Police Lawyers Scuffle: दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हुई भिड़ंत के मामले में चार वकील हैं पुलिस के रडार पर

Police Lawyers Scuffle at Delhi’s Tis Hazari court: Four lawyers on police radar for violence | पुलिस-वकील झड़प: ये चार वकील हिंसा के लिए पुलिस के रडार पर, CCTV फुटेज से खुलासा, वकीलों का दावा, 'ये अधूरी तस्वीर'

दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में 2 नवंबर को हुई थी पुलिस और वकीलों की भिड़ंत

Highlightsशनिवार को तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हुई थी हिंसक झड़पपुलिस ने इस मामले में सीसीटीवी फुटेज की मदद से चार वकीलों के नाम जारी किए हैं

दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हुई झड़प से खड़े हुए हंगामे के बीच उन वकीलों के चेहरे सामने आए हैं, जो इस घटना के लिए पुलिस के रडार पर है। 

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से तीन वकील तीस हजारी कोर्ट की घटना और एक वकील साकेत कोर्ट के बाहर एक पुलिसकर्मी की कथित पिटाई में शामिल था। हालांकि इन चारों वकीलों का कहना है कि ये इस कहानी की पूरी तस्वीर नहीं है और पुलिस उन्हें फंसा रही है।

पुलिस के रडार पर हैं ये चार वकील

1.कपिल तंवर, वीडियो में पुलिसवाले को कोहनी मारते दिखे 

तंवर दूध का बिजनेस चलाने वाले अपने परिवार के साथ साउथ दिल्ली के फतेहपुर बेरी स्थित खइया मोहल्ला में रहते हैं। उन्होंने मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनवर्सिटी से बीए और एलएलबी किया है और सिविल और क्रिमिनल मामले देखते हैं। 

तंवर की मां का कहना है कि वह सोमवार से सुबह से ही घर वापस नहीं आए हैं। वीडियो क्लिप में तंवर को बाइक पर बैठे एक कॉन्स्टेबल को कोहनी मारते, दो बार थप्पड़ मारते और उस पर एक हेलमेट फेंकते दिख रहे हैं। 

तंवर के पिता सुभाष तंवर ने दावा किया कि, 'उनका बेटा सोमवार सुबह ऑफिस के लिए निकला था। दोपहर में हमें न्यूज चैनल पर वीडियो देखने के बाद घटना का पता चला। मैंने उसे कॉल किया तो उनसे कहा कि चैनल आधी-अधूरी कहानी दिखा रहे हैं। उसने बताया कि वह और उसका दोस्त एक रिश्तेदार को छोड़ने जा रहे थे, जब एक कॉन्स्टेबल ने बाइक से उसके दोस्त को धक्का मारा और धमकाया। वीडियो सामने आने के बाद उसके खिलाफ गलत धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज हुई है।' 

2.सागर शर्मा, वीडियो में पार्किंग विवाद के केंद्र में दिखे

कोर्ट लॉक-अप परिसर के सीसीटीवी फुटेज में शर्मा अपने दो सहयोगियों के साथ एक कॉन्स्टेबल से बहस करते दिखे। पुलिस का दावा है कि कॉन्स्टेबल प्रदीप कुमार चाहते थे कि शर्मा अपनी जीप हटा लें, जो कथित तौर पर उनके (पुलिस) लिए आवंटित जगह में खड़ी थी। फुटेज में शर्मा पुलिसवाले को धक्का देते नजर आ रहे हैं, जिसके बाद एक और पुलिसवाला उन्हें लॉक ऑप परिसर के अंदर ले जाता है। इसके कुछ ही सेंकेंड्स के बाद वह अपनी कॉलर ठीक करते हुए बाहर आते दिख रहे हैं। 

दिल्ली यूनवर्सिटी के कैंपल लॉ सेंटर से ग्रैजुएट शर्मा उत्तरी दिल्ली के गुलाब बाग के निवासी हैं और सिविल और क्रिमिनल मामले लेते हैं।

शर्मा ने कहा, 'मैंने उस दिन 18 घंटे की शिफ्ट में काम किया था, मैं जल्दी में था। ये पुलिस के साथ छोटी सी बहस थी और मैं अपनी गाड़ी हटा लेता, लेकिन उन्होंने मुझे गालियां दीं।'

शर्मा ने कहा कि पुलिस का एक कानूनी अधिकारी को जेल में डालने का काम गैर-कानूनी है। उनका दावा है कि उन्हें जेल में तब ले जाया गया जब उन्होंने पुलिस से उसकी पहचान पूछी थी। उनका दावा है कि पुलिस द्वारा जारी वीडियो पूरी तस्वीर बयां नहीं करता है। शर्मा ने पुलिस पर उनकी कथित पिटाई के लिए एफआईआर दर्ज कराई है।
 
3.राकेश कुमार, वीडियो में हवालात खोलने की कोशिश करते दिखे

दिल्ली यूनवर्सिटी के ग्रैजुएट कुमार, तीस हजारी कोर्ट में सिविल केस लेते हैं। वह पुलिसवालों द्वारा बनाए गए तीन वीडियो में नजर आए हैं, जिन्होंने वकीलों द्वारा घेरे जाने पर खुद को कोर्ट के लॉक-अप में बंद कर लिया था। एक वीडियो क्लिप में वह चेन के साथ लॉक-अप की तरफ दौड़ते दिख रहे हैं। एक अन्य क्लिप में वह  लॉक-अप को खोलने की कोशिश करते दिख रहे हैं। 

लेकिन कुमार का दावा है कि उन्होंने वह चेन पुलिस से छीनी थी और उसका इस्तेमाल आत्म रक्षा में कर रहे थे।

4.प्रीति तिवारी, वीडियों में एक बाइक को आग लगाते दिखीं

पुलिस द्वारा जांच की जा रही एक वीडियो, में तिवारी एक बाइक को आग लगाते दिखाई दे रही हैं। एक अन्य वीडियो में वह लॉक-अप की तरफ बढ़ रहे कुछ वकीलों को दूर ढकेलते नजर आ रही हैं।

पूर्वांचल यूनिवर्सिटी की लॉ ग्रैजुएट, प्रीति तिवारी तीस हजारी कोर्ट में पिछले सात सालों से क्रिमिनल और सिविल मामले देखती हैं। वह ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के जिन लोगों का चालान होता, को मुफ्त कानूनी सलाह देने का भी दावा करती हैं। 

तिवारी का दावा है, 'मैं पुलिसवालों और अंडरट्रायल कैदियों को बचा रही थी। मेरी पीठ पर पुलिसवाले ने प्रहार किया था। उन्होंने मेरा वीडियो जारी किया है, जिसमें मुझे चीजों को जलाते हुए दिखाया गया है। उन्हें जो करना है करने दो, सच क्या है, मैं जानती हूं। अपना केस मैं खुद लड़ूंगी।'

Web Title: Police Lawyers Scuffle at Delhi’s Tis Hazari court: Four lawyers on police radar for violence

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