यौन उत्पीड़न के मामले में झाविमो विधायक प्रदीप यादव की बढ़ी मुश्किलें, गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने दी अदालत में अर्जी
By एस पी सिन्हा | Published: June 28, 2019 08:25 PM2019-06-28T20:25:26+5:302019-06-28T20:29:39+5:30
यौन उत्पीड़न के मामले में झारखंड विकास मोर्चा(झाविमो) नेता व विधायक प्रदीप यादव पर शिकंजा कसता जा रहा है. उनकी ही पार्टी (झाविमो) की महिला नेता ने लोकसभा चुनाव के दौरान उनपर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था.
यौन उत्पीड़न के मामले में झारखंड विकास मोर्चा(झाविमो) नेता व विधायक प्रदीप यादव पर शिकंजा कसता जा रहा है. उनकी ही पार्टी (झाविमो) की महिला नेता ने लोकसभा चुनाव के दौरान उनपर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था. जिसमें पुलिस की छानबीन में सत्यता सामने आई है. आज झाविमो के विधायक प्रदीप यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने निचली अदालत में अर्जी दी है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार देवघर कोर्ट से विधायक की अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद पुलिस ने यह पहल की है. कोर्ट से वारंट मिलने पर कभी भी विधायक प्रदीप यादव की गिरफ्तारी हो सकती है. मामला लोकसभा चुनाव के दौरान की है. 3 मई को झाविमो की महिला नेत्री ने प्रदीप यादव पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए देवघर महिला थाना में मामला दर्ज कराया. इसके बाद प्रदीप यादव को पार्टी महासचिव पद से इस्तीफा देना पड़ा था.
महिला नेत्री का आरोप है कि 20 अप्रैल को देवघर के मोहनपुर में महागठबंधन के सम्मेलन में शामिल होने के बाद प्रदीप यादव ने उन्हें फोनकर होटल बुलाया, जहां उनके साथ गलत काम किया. वहीं, अपने ऊपर लगे आरोप को खारीज करते हुए प्रदीप यादव का कहना है कि राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई. उन्होंने पूरे प्रकरण पर उच्चस्तरीय और निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराने की मांग की.
उन्होंने देवघर के मुकेश पाठक को निशिकांत दुबे का करीबी बताते हुए, षड्यंत्र का मुख्य कर्ताधर्ता बताया. यहां बता दें कि प्रदीप यादव इस बार महागठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर गोड्डा सीट से लोकसभा चुनाव लड़े. लेकिन भाजपा के निशिकांत दुबे से हार गये. प्रदीप यादव पोडैयाहाट से झाविमो के विधायक हैं.