प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एम्स में लिया कोविड-19 वैक्सीन का पहला डोज, लोगों से की ये अपील
By विनीत कुमार | Published: March 1, 2021 07:22 AM2021-03-01T07:22:15+5:302021-03-01T07:54:15+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार सुबह एम्स में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ली। उन्हें भारत बायोटेक की बनाई 'कोवैक्सीन' दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज ले ली है। इसकी जानकारी उन्होंने सोमवार सुबह ट्वीट कर दी। पीएम मोदी को वैक्सीन की पहली डोज दिल्ली के एम्स अस्पताल में दी गई। पीएम मोदी ने साथ उन सभी लोगों से वैक्सीन लेने की भी अपील की जो इसके लिए योग्य हैं।
पीएम मोदी को पुडुचेरी की सिस्टर पी निवेदा ने भारत बायोटेक की बनाई कोवैक्सीन दी। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, 'मैंने कोविड-19 वैक्सीन का पहला डोज एम्स में लिया। ये अद्भुत है कि कैसे हमारे डॉक्टर और वैज्ञानिकों ने कोविड-19 के खिलाफ जंग को मजबूती देने के लिए इतने कम समय में काम किया। वैक्सीन के लिए जो लोग योग्य हैं, मैं उन सभी लोगों से अपील करता हूं। आईए, साथ मिलकर भारत कोविड-19 से मुक्त करें।'
Took my first dose of the COVID-19 vaccine at AIIMS.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 1, 2021
Remarkable how our doctors and scientists have worked in quick time to strengthen the global fight against COVID-19.
I appeal to all those who are eligible to take the vaccine. Together, let us make India COVID-19 free! pic.twitter.com/5z5cvAoMrv
बता दें कि देश में आज से 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और किसी दूसरी बीमारी से ग्रसित 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन देने की शुरुआत हो रही है। इस दौरान करीब 10 हजार सरकारी केंद्रों पर ये टीका निशुल्क लगाया जाएगा। वहीं, निजी क्लिनिकों एवं केंद्रों पर उन्हें इसके लिए शुल्क देना पड़ेगा।
निजी अस्पतालों में कोविड-19 टीके की एक खुराक के लिए 250 रुपये तक का शुल्क देना पड़ सकता है। इसमें 150 रुपये टीके की कीमत और 100 रुपये सेवा शुल्क है।
वैक्सीन लेने के लिए रजिस्ट्रेशन सुबह 9 बजे से www.cowin.gov.in और आरोग्य सेतु ऐप पर शुरू हो रहा है। कुछ जगहों पर सीधे जाकर भी वैक्सीन लगवाई जा सकती है।
वैक्सीन लेने के लिए जाने वाले लोगों को अपनी आईडी मसलन आधार कार्ड या मतदाता पहचान पत्र आदि लेकर टीकाकरण केंद्र पर जाना होगा। वहीं, किसी बीमारी से ग्रसित 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को बीमारी से जुड़े प्रमाणपत्र भी साथ ले जाना होगा।
भारत में कोरोना की वैक्सीन देने की शुरुआत 16 जनवरी से हुई थी और अब तक 1.43 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना की वैक्सीन दी गई है।
वैक्सीन के दूसरे डोज भी लगाए जा रहे हैं। सरकार को उम्मीद है कि आज से शुरू हो रहे दूसरे चरण में अगस्त तक 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा सकेगा।