हरिवंश की राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखी चिट्ठी के मुरीद हुए पीएम मोदी, कहा- हर देशवासी इसे जरूर पढ़े
By विनीत कुमार | Published: September 22, 2020 01:21 PM2020-09-22T13:21:23+5:302020-09-22T13:21:23+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश की ओर से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखी गई चिट्ठी को ट्विटर पर शेयर किया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि हर किसी को ये चिट्ठी जरूर पढ़नी चाहिए।
बिहार चुनाव से पहले चाय एक बार फिर चर्चा में है। कृषि विधेयकों पर चर्चा के दौरान हंगामे के लिए राज्य सभा संसदों के निलंबन से शुरू हुई बात चाय और फिर उप सभापति हरिवंश की एक चिट्ठी और उसमें बिहार के जिक्र तक पहुंच गई है। पीएम नरेंद्र मोदी के इस पर ट्वीट ने पूरे मामले में नया एंगल जोड़ दिया है। नरेंद्र मोदी ने हरिवंश की ओर से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखी चिट्ठी को पूरे देश से पढ़ने के लिए आग्रह किया है।
हरिवंश ने दरअसल राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी में कहा है कि वे कृषि बिलों पर चर्चा के दौरान विपक्षी सांसदों के व्यवहार से काफी आहत हैं और दो दिनों से वेदना में हैं। साथ ही उन्होंने ये भी लिखा कि वे रात भर सो नहीं पाए हैं। हरिवंश की ये चिट्ठी उस समय सामने आई है जब इससे पहले मंगलवार सुबह वे धरना दे रहे निलंबित सांसदों से बात करने संसद परिसर पहुंचे और उन्हें चाय पीने का भी प्रस्ताव दिया।
हालांकि, निलंबित सांसदों ने चार नहीं ली। इसके बाद हरिवंश ने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर बताया कि वे काफी पीड़ा से गुजर रहे हैं। साथ ही उन्होंने ये जानकारी भी दी कि वे भी एक दिन का उपवास करेंगे।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'माननीय राष्ट्रपति जी को माननीय हरिवंश जी ने जो पत्र लिखा, उसे मैंने पढ़ा। पत्र के एक-एक शब्द ने लोकतंत्र के प्रति हमारी आस्था को नया विश्वास दिया है। यह पत्र प्रेरक भी है और प्रशंसनीय भी। इसमें सच्चाई भी है और संवेदनाएं भी। मेरा आग्रह है, सभी देशवासी इसे जरूर पढ़ें।'
हरिवंश ने चिट्ठी में क्या लिखा है
हरिवंश ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि वे जेपी के गांव में पैदा हुए गांधी, जेपी सहित लोहिया और कर्पूरी ठाकुर से हमेशा प्रभावित रहे। साथ ही उन्होंने लिखा कि वे बिहार से आते हैं जहां गणतंत्र का पहला स्वरूप विकसित हुआ। उन्होंने लिखा कि वे 22 सितंबर से 23 सितंबर सुबह तक 24 घंटे का उपवास रखेंगे।
माननीय राष्ट्रपति जी को माननीय हरिवंश जी ने जो पत्र लिखा, उसे मैंने पढ़ा। पत्र के एक-एक शब्द ने लोकतंत्र के प्रति हमारी आस्था को नया विश्वास दिया है। यह पत्र प्रेरक भी है और प्रशंसनीय भी। इसमें सच्चाई भी है और संवेदनाएं भी। मेरा आग्रह है, सभी देशवासी इसे जरूर पढ़ें। pic.twitter.com/K9uLy53xIB
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2020
पीएम मोदी का ट्वीट
इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने उपसभापति हरिवंश की तारीफ की है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया- 'हर किसी ने देखा कि दो दिन पहले लोकतंत्र के मंदिर में उनको किस प्रकार अपमानित किया गया, उन पर हमला किया गया और फिर वही लोग उनके खिलाफ धरने पर भी बैठ गए। यह हरिवंश जी की उदारता और महानता को दर्शाता है। लोकतंत्र के लिए इससे खूबसूरत संदेश और क्या हो सकता है। मैं उन्हें इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।'
पीएम मोदी ने साथ ही लिखा, 'बिहार की धरती ने सदियों पहले पूरे विश्व को लोकतंत्र की शिक्षा दी थी। आज उसी बिहार की धरती से प्रजातंत्र के प्रतिनिधि बने श्री हरिवंश जी ने जो किया, वह प्रत्येक लोकतंत्र प्रेमी को प्रेरित और आनंदित करने वाला है।'