WATCH: '..उन्हें संसद में गरीबों का जिक्र बोरिंग लगेगा': प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी पर जोरदार कटाक्ष किया
By रुस्तम राणा | Published: February 4, 2025 05:42 PM2025-02-04T17:42:14+5:302025-02-04T17:45:02+5:30
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा, "मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि देश के लोगों ने मुझे 14वीं बार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देने का अवसर दिया है। इसलिए मैं लोगों का आदरपूर्वक आभार व्यक्त करता हूं।"

WATCH: '..उन्हें संसद में गरीबों का जिक्र बोरिंग लगेगा': प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी पर जोरदार कटाक्ष किया
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा, "मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि देश के लोगों ने मुझे 14वीं बार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देने का अवसर दिया है। इसलिए मैं लोगों का आदरपूर्वक आभार व्यक्त करता हूं।"
भारतीय नेता ने स्वीकार किया कि यह लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर उनका 14वां जवाब था। उन्होंने कहा, "मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि देश की जनता ने मुझे 14वीं बार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देने का अवसर दिया है। इसलिए मैं जनता का आदरपूर्वक आभार व्यक्त करता हूं।"
अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर जोरदार कटाक्ष किया। प्रधानमंत्री ने कहा, "जो लोग अपने मनोरंजन के लिए गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन कराते हैं, उन्हें संसद में गरीबों का जिक्र बोरिंग लगेगा।"
#WATCH | In a jibe to Lok Sabha LoP Rahul Gandhi, PM Narendra Modi says, "...Those who have photo sessions in the huts of the poor, for their own entertainment, will find the mention of the poor in Parliament boring." pic.twitter.com/YuB0TsqRos
— ANI (@ANI) February 4, 2025
उन्होंने बिना नाम लिए देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जिक्र करते हुए कहा, "हमारे देश में एक पीएम थे जिन्होंने एक समस्या की पहचान की और कहा कि जब दिल्ली से एक रुपया भेजा जाता है, तो केवल 15 पैसे नीचे तक पहुंचते हैं... 15 पैसे किसे मिलते थे, यह हर कोई समझ सकता है... उस समय पंचायत स्तर से लेकर केंद्र स्तर तक केवल पार्टी थी... हमने इसका समाधान खोजने की कोशिश की, और हमारा मॉडल है 'बचत भी विकास भी', 'जनता का जनता के काम'... हमने बनाया...।"
उन्होंने अपने भाषण में कहा, "हम 2025 में हैं। एक तरह से 21वीं सदी का 25% हिस्सा बीत चुका है। 20वीं सदी में आज़ादी के बाद और 21वीं सदी के पहले 25 वर्षों में क्या हुआ, ये तो आने वाला समय ही तय करेगा। लेकिन अगर हम राष्ट्रपति जी के अभिभाषण का बारीकी से अध्ययन करें तो ये स्पष्ट है कि उन्होंने आने वाले 25 वर्षों और विकसित भारत के प्रति लोगों में विश्वास पैदा करने की बात कही है। उनका ये अभिभाषण विकसित भारत के संकल्प को और मजबूत करता है, नया आत्मविश्वास पैदा करता है और आम लोगों को प्रेरित करता है।"
उन्होंने कहा, "अब तक गरीबों को 4 करोड़ घर दिए जा चुके हैं...जिनका जीवन कठिनाइयों से भरा रहा है, वही समझ सकते हैं कि घर मिलने का क्या महत्व है...पहले शौचालय की व्यवस्था न होने के कारण महिलाओं को बहुत कष्ट सहना पड़ता था...जिनके पास ये सुविधाएं हैं, वे "पीड़ितों की समस्याओं को नहीं समझ सकते...हमने 12 करोड़ से अधिक शौचालय दिए हैं..."
उन्होंने कहा कि वह खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं कि भारत में लोकतांत्रिक बहस के लिए जगह है। संसद के बजट सत्र का चौथा दिन आज सुबह 11 बजे लोकसभा में प्रश्नकाल और राज्यसभा में शून्यकाल के साथ शुरू हुआ।