वाराणसी: पीएम मोदी ने कहा-भारत का गेटवे बनेगा काशी, दिखने लगा है बदलाव
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: September 18, 2018 11:27 AM2018-09-18T11:27:55+5:302018-09-18T14:39:22+5:30
PM Narendra Modi BHU Banaras Live Update: आज पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी के दौरे के दूसरे दिन बीएचयू के एम्फीथियेटर में कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी भाषा में की।
वाराणसी, 18 सितंबर:नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को वाराणसी में अपना 68वां जन्मदिन मनाने पहुंच थे। पीएम मोदी ने 17 सितंबर की रात वाराणसी में ही गुजारा है। ऐसे में अब आज (मंगलवार) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई अहम योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया है। इस दौरान उन्होंने वाराणसी के लोगों को संबोधित किया है। मोदी ने वाराणसी की स्थानीय भाषा में अपने भाषण का शुरू की और इसके साथ ही हर हर महादेव कहा , उन्होंने कहा कि मैं बाबा विश्वानथ और गंगा मां के आशीर्वाद के साथ एक और नए साल की शुरूआत करता हूं, इसके लिए आप सबका शुक्रियाअदा करता हूं।
मोदी ने कहा है कि काशी में देश के चुनिंदा शहरों में शामिल हैं जहां पाइप से गैस की आपूर्ति होनी शुरू हो गई है, उज्जवला योजना से गांवों की महिलाओं को काफी राहत मिली है। आज वाराणसी में चल रहीं विकास की योजनाओं से युवाओं के लिए रोजगार और बिजनस के मौके पैदा हुए हैं। नई योजनाओं से अवगत करवाते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था के विकास पर हमारा जोर, इसीलिए बीएचयू में कई सेंटर्स का आज उद्घाटन हुआ और बनारस में अटल इन्क्यूबेशन सेंटर का शिलान्यास किया गया, इससे स्टार्टअप्स को फायदा होगा।
वाराणसी हुआ है स्वच्छ
पीएम ने संबोधन के दौरान कहा कि वाराणसी पूर्वी भारत के एक हेल्थ हब के रूप में उभर रहा है, आगे कई सारे कदम इसे हेल्थ हब बनाने के लिए उठाए जाएंगे, साथ हीकाशी में कई तरह के मेडिकल संस्थानों के विकास से बिहार, एमपी, यूपी, मध्य प्रदेश, छ्त्तीसगढ़ जैसे राज्यों के लोंगो को काफी फायदा होगा मोदी ने बताया कि आज कूड़ा-कचरा निस्तारण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट भी लगाए जा रहे हैं, इतना ही नहीं काशी ने स्वच्छता के मामले में परिवर्तन देखा है, गलियों, घाटों, सड़कों पर स्वच्छता अब स्थायी हो चुकी है।उन्होंने कहा है कि मां गंगा की सफाई के लिए गंगोत्री से लेकर गंगा सागर तक काम चल रहा है, इसके लिए 21 हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं को स्वीकृति दी जा चुकी है।
Efforts are being made to clean river Ganga from Gangotri to Ganga Sagar. Till now, schemes worth Rs 21,000 crore approximately have been approved towards cleaning of river Ganga: PM Narendra Modi in Varanasi pic.twitter.com/tCftLJVenv
— ANI UP (@ANINewsUP) September 18, 2018
विदेशियों को हो रहा स्वागत
मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा है कि रेल से काशी आने वालों को अब स्टेशन पर ही नई काशी की तस्वीर नजर आ रही है।वाराणसी की देश के अन्य शहरों से रेल कनेक्टिविटी पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ी है।अगले साल की शुरुआत में दुनिया भर में बसे भारतीय का कुंभ काशी में लगेगा यानी पूरी दुनिया में बसे हिंदुस्तानी यहां आएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब गंगा में नाव के साथ-साथ क्रूज़ भी चलाया जा रहा है।हमारी कोशिश है कि पर्यटकों को काशी में कोई परेशानी ना हो, इसके लिए पूरी कोशिश की जा रही है और आज का बदलाव ये है कि अब दूसरे देशों के नेताओं का स्वागत भी काशी में हुआ है। यहां पीएम के द्वारा कहा गया है कि काशी में ट्रैफिक व्यवस्था को इंटिग्रेट किया जा रहा है। इंटिग्रेटिड कमांड सेंटर के जरिए शहर की सभी सुविधाओं पर पर नजर रखी जाएगी। काशी में सड़क और रेल के बाद जल परिवहन का नेटवर्क बढ़ाया जाएगा।
सड़कों की सौगात
मोदी ने कहा कि सड़कों के चौड़ीकरण के साथ ही शहर में पुल का निर्माण भी कराया गया है। मोदी ने कहा कि हवाई जहाज से बनारस आने वाले टूरिस्टों की संख्या लगातार बढ़ रही है और आज स्मार्ट बनारस में स्मार्ट ट्रांसपॉर्ट पर जोर दिया जा रहा है। वाराणसी के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें चिंता थी कि अगर ये काम हुआ तो मोदी का जयकार होगा, लेकिन योगी जी की सरकार बनते ही ये काम तेज हो गया है, आज वाराणसी में सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है, जो शहर के अंदर और शहर के बाहर विकसित की जा रही हैं। पीएम ने कहा कि PM मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हमने काशी में रिंग रोड के काम को शुरू किया, लेकिन पहले वाली सरकार ने इसे दबा कर रखा था।
चौतरफा विकास में बदलने की कोशिश
वाराणसी को पूर्वी भारत के गेटवे के तौर पर विकसित करने का प्रयास हो रहा है। भारत सरकार की योजना काशी को वर्ल्ड क्लास इन्फास्ट्रकर से जोड़ने की है। यहीं पीएम ने कहा है कि उन्होंने कहा कि आज काशी में लटके हुए तार नहीं दिखते हैं, हम वाराणसी को पूर्वी भारत काे गेटवे के तौर विकसित किया जाता है, आज एलईडी बल्ब से काशी जगमगा रही है। उन्होंने कहा है कि जब मैं यहां आता था तो बिजली के लटकते तारों को देखकर हमेशा यह सोचता था कि काशी को इससे कब मुक्ति मिलेगी। आज काशी के अधिकतर हिस्से से ये तार हटा लिए गए हैं। मोदी ने कहा है कि काशी की चौतरफा अव्यवस्था को चौतरफा विकास में बदलने के बारे में मैंने सोचा था, अब काशी में बदलाव दिख रहा है, पहले काशी को बाबा भोले के भरोसे अपने हाल पर छोड़ दिया गया था।
भोले के भरोसे था वाराणसी
आप तो उस व्यवस्था के गवाह रहे हैं, जब हमारी काशी को भोले के भरोसे उसके हाल पर छोड़ दिया गया था। आज मुझे बहुत संतोष है कि हम बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से काशी के विकास को नई दिशा देने में कामयाब हुए हैं। पिछले चार साल में यहां पर काफी काम हुआ है, आज ये अंतर दिख रहा है. पहले काशी को भोले के भरोसे छोड़ दिया गया था, लेकिन अब वाराणसी को विकास की नई दिशा दी जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम लोग वाराणसी को उसकी पहचान के साथ आधुनिक विकास से जोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकास सिर्फ अब वाराणसी में ही नहीं बल्कि आस-पास के क्षेत्रों में भी हो रहा है। मोदी ने इस दौरान कई योजनाओं का शिलान्यास किया है।
आज वह बीएचयू के एम्फीथियेटर में कार्यक्रम को संबोधित करने पहुंचे हैं। यहां उनका सम्मान किया किया गया है।यहां से ही प्रधानमंत्री 500 करोड़ रुपए से अधिक की योजनाओं की शुरुआत करने पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम में किसी को भी काला रंग का कपड़ा पहनकर आने की इजाजत नहीं मिली है। इसके अलावा सभी लोगों को किसी भी प्रकार की काले रंग की वस्तु लाने की भी मनाही है।
Prime Minister Narendra Modi at the launch of several development projects and public rally in Varanasi. pic.twitter.com/ZKBKhaSG5f
— ANI UP (@ANINewsUP) September 18, 2018
वाराणसी में पीएम मोदी के जन्मदिन को यादगार बनाने के लिए कई खास तैयारियां की गईं हैं। खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तैयारियों का सर्वक्षण किया है। पीएम मोदी वाराणसी में 18 सितंबर को भी रहेंगे। पहला दिन उन्होंने नरउर गांव में एक प्राथमिक स्कूल के बच्चों के साथ बिताया और रात में काशी विश्वनाथ में पूजा की।
आज( 18 सिंतबर) पीएम मोदी वाराणसी में अनेक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे साथ ही कई प्रोजेक्टों की नींव भी रखेंगे। एनडीटीवी के मुताबिक इन परियोजानाओं की लागत पॉंच सौ करोड़ रुपये से भी अधिक है। हालांकि अभी इस बात की कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।