जब फूटकर रो पड़े इसरो अध्यक्ष के. सिवन और पीएम मोदी ने गले लगा लिया, देखिए वीडियो
By धीरज पाल | Published: September 7, 2019 08:57 AM2019-09-07T08:57:57+5:302019-09-07T09:09:06+5:30
‘विक्रम’ ने ‘रफ ब्रेकिंग’ और ‘फाइन ब्रेकिंग’ चरणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया, लेकिन ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ से पहले इसका संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया। इसके साथ ही वैज्ञानिकों और देश के लोगों के चेहरे पर निराशा की लकीरें छा गईं।
‘चंद्रयान-2’ के लैंडर ‘विक्रम’ का बीती रात चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया। सपंर्क तब टूटा जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबंधित घटनाक्रम के मद्देनजर आज सुबह आठ बजे वैज्ञानिकों को संबोधित किया।
संबोधन खत्म करने के बाद सबसे भावुक पल देखने को मिला, जब इसरो अध्यक्ष के. सिवन ने पीएम मोदी को गले गलाकर फूट फूटकर रोने लगे। उनके साथ पीएम मोदी खुद भावुक हो गए और पीएम मोदी के आंखों से आंसू छलक गए। पीएम मोदी ने उन्हें कुछ देर तक गले लगाए रखा और पीठ थपथपा कर उनका हौसला अफजाई किया।
#WATCH PM Narendra Modi hugged and consoled ISRO Chief K Sivan after he(Sivan) broke down. #Chandrayaan2pic.twitter.com/bytNChtqNK
— ANI (@ANI) September 7, 2019
इससे पहले पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने लैंडर का संपर्क टूट जाने के बाद इसरो के वैज्ञानिकों से कहा,‘‘देश को आप पर गर्व है। सर्वश्रेष्ठ के लिए उम्मीद करें। हौसला रखें। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है।’’
‘विक्रम’ ने ‘रफ ब्रेकिंग’ और ‘फाइन ब्रेकिंग’ चरणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया, लेकिन ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ से पहले इसका संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया। इसके साथ ही वैज्ञानिकों और देश के लोगों के चेहरे पर निराशा की लकीरें छा गईं। इसरो अध्यक्ष के. सिवन इस दौरान कुछ वैज्ञानिकों से गहन चर्चा करते दिखे।
उन्होंने घोषणा की कि ‘विक्रम’ लैंडर को चांद की सतह की तरफ लाने की प्रक्रिया योजना के अनुरूप और सामान्य देखी गई, लेकिन जब यह चंद्र सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था तो तभी इसका जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया। डेटा का अध्ययन किया जा रहा है।