पीएम मोदी ने नहीं सुनी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की बात, 70 दिनों के लॉकडाउन के बाद लिया अनलॉक का निर्णय
By हरीश गुप्ता | Published: June 2, 2020 06:58 AM2020-06-02T06:58:06+5:302020-06-02T09:37:35+5:30
गृह मंत्रालय ने 30 जून तक के लिए जारी नई गाइडलाइंस में तीन चरणों में प्रतिबंधों को हटाने का खाका पेश किया है। पहले चरण में आठ जून से धार्मिक स्थल, होटल, रेस्टोरेंट और मॉल को खुल जाएंगे।
नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञों की सलाह को अनसुना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 70 दिनों के सख्त लॉकडाउन को अनलॉक का निर्णय लिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञों समेत प्रधानमंत्री टास्कफोर्स के सदस्यों ने उन्हें लॉकडाउन में ढील के दुष्परिणामों से अवगत करवाया था. चाहे वह 'पीएम टास्क फोर्स' के अध्यक्ष डॉ वी.के.पॉल हो या एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया या फिर स्वास्थ्य मंत्रालय, कोई भी किसी किस्म की छूट देने के पक्ष में नहीं था. लेकिन प्रधानमंत्री ने अपने उन सहयोगी की बात मानी जो धीरे- धीरे लॉकडाउन खोलने के लिए कह रहे थे.
इनका कहना था यह लाखों लोगों के खासतौर पर गरीबों की जीवन-मरण का सवाल है. लोकमत समाचार से विशेष बातचीत में नागरिक उड्डयन और शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि यदि स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानी जाए तो वे कभी भी लॉकडाउन न खुलने दें. मगर सरकार को एहसास हुआ कि देश को चलने देना होगा. उन्होंने कहा कि ''मैं ज्यादा कुछ नहीं कह सकता क्योंकि मैं खुद जीओएम' का हिस्सा हूं.
पुरी उस 'ग्रुप ऑफ मीनिस्टिरस ' का हिस्सा हैं जो लॉकडाउन को धीरे- धीरे खोलने की सिफारिश करता रहा है. उनके प्रयासों से ही पिछले महीने उड्डयन क्षेत्र पुन: शुरू हुआ. पुरी से जब यह पूछा गया कि हवाई जहाज में बीच की सीट खाली छोड़े जाने का व्यवस्था अचानक क्यों बदल दी गई, पुरी ने कहा देश हमेशा के लिए असमंजस पूर्ण बंद की स्थिति में नहीं रह सकता है. सबको अपना बचाव स्वयं करना होगा.
प्रतीत होता है कि प्रधानमंत्री ने सिर्फ कुछ ही लोगों की सुनी. इनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण और हरदीप पुरी की बात मानकर अन्लॉक 1.0 लागू किया.
देश में कोविड- 19 संक्रमितों की संख्या हो सकती है 75 लाख से पार
पीएम टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ वी.के.पॉल डॉ ने गत सप्ताह आधिकारिक रूप से दिखाया कि संक्रमण के मामले किस तरह 14 लाख से 29 लाख के बीच हो सकते है और मौत के मामले 37 हजार से 78 हजार तक पहुंच सकते हैं. उन्होंने कुछ विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा कि किसी तरह मामले कोविड- 19 संक्रमितों की संख्या 75 लाख या इससे भी अधिक पहुंच सकती हैं.