फोनी तूफान से हुए नुकसान का हवाई सर्वे कर पीएम मोदी ने लिया जायजा, भुवनेश्वर में की राहत कार्यों की समीक्षा
By रामदीप मिश्रा | Published: May 6, 2019 11:15 AM2019-05-06T11:15:07+5:302019-05-06T11:15:07+5:30
हवाई सर्वे करने के बाद पीएम मोदी ने भुवनेश्वर में राहत कार्यों की समीक्षा की, जिसमें सीएम पटनायक भी मौजूद रहे। बता दें कि ओडिशा में दो दिन पहले आए अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान फोनी में मरने वालों की संख्या रविवार को 34 पहुंच गई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार (छह मई) को ओडिशा पहुंचे और चक्रवाती तूफान फोनी से हुए नुकसान का हवाई सर्वे कर जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ हेलीकॉप्टर में सूबे के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक मौजूद रहे। इससे पहले प्रदेश के राज्यपाल गणेशी लाल, सीएम नवीन पटनायक पीएम मोदी को एयरपोर्ट लेने पहुंचे थे।
हवाई सर्वे करने के बाद पीएम मोदी ने भुवनेश्वर में राहत कार्यों की समीक्षा की, जिसमें सीएम पटनायक भी मौजूद रहे। बता दें कि ओडिशा में दो दिन पहले आए अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान फोनी में मरने वालों की संख्या रविवार को 34 पहुंच गई।
PM Narendra Modi conducts aerial survey of #Cyclonefani affected areas in Odisha. Governor Ganeshi Lal, CM Naveen Patnaik and Union Minister Dharmendra Pradhan also present. pic.twitter.com/ZO9XkRC7kK
— ANI (@ANI) May 6, 2019
इस तूफान के चलते बड़े पैमाने पर बर्बादी हुई है और सैकड़ों लोगों को पानी एवं बिजली के अभाव से गुजरना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आपदा से प्रभावित लोगों के लिए राहत पैकेज की घोषणा करते हुए कहा कि पुरी एवं “बेहद गंभीर रूप से प्रभावित” खुर्दा के कुछ हिस्सों में सभी परिवारों को 50 किलोग्राम चावल, 2,000 रुपये नकद और पॉलीथीन शीट मिलेंगी अगर वे खाद्य सुरक्षा कानून (एफएसए) के तहत आते होंगे।
खुर्दा जिले के शेष हिस्सों के लिए जो “गंभीर रूप” से प्रभावित हुए - एफएसए परिवारों को एक महीने का चावल, 1,000 रुपये नकद एवं पॉलीथीन शीट मिलेगी।
राज्य के मुख्य सचिव ए पी पाढ़ी के मुताबिक 34 में से 21 मौतें पुरी में हुईं जहां तूफान शुक्रवार को पहुंचा था। पूर्व तटीय रेलवे ने हावड़ा-चेन्नई मार्ग पर रविवार को आंशिक रूप से परिचालन शुरू कर दिया। चक्रवात के कारण पूरे तटीय ओडिशा के 11 जिले बालेश्वर, भद्रक, कटक, ढेंकानाल, गंजाम, जगतसिंहपुर, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, खुर्दा, मयूरभंज और पुरी प्रभावित हुए।