राम गोपाल के पुलवामा अटैक को 'साजिश' बताने पर पीएम मोदी का जवाब, 'ऐसी बातों से शहीदों का अपमान होता है'
By विनीत कुमार | Published: March 22, 2019 12:14 PM2019-03-22T12:14:19+5:302019-03-22T12:14:19+5:30
राम गोपाल यादव ने गुरुवार को पुलावाम हमले को साजिश बताते हुए कहा था कि वोट के लिए जवानों को मार दिया गया।
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सपा नेता राम गोपाल यादव के पुलवामा अटैक को 'साजिश' बताने पर पीएम नरेंद्र मोदी ने पलटवार किया है। नरेंद्र मोदी ने कहा शुक्रवार को ट्वीट किया कि विपक्ष आज आतंक समर्थकों और सुरक्षाबलों पर सवाल उठाने वालों का पनाहगाह बन गया है। वहीं, अखिलेश यादव ने इस पूरे विवाद पर सफाई देते हुए कहा कि नेताओं से सवाल पूछना लोकतंत्र में सभी का अधिकार है और सरकार को खुद को भारतीय सेना के तौर पर पेश करने से बचना चाहिए।
पीएम ने कहा कि राम गोपाल यादव जैसे सीनियर नेताओं के बयान उन शहीदों का अपमान है जो कश्मीर की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवा बैठे। पीएम ने ट्वीट किया कि ऐसे बयान शहीदों के परिवार वालों के लिए भी अपमान है।
Opposition is the natural habitat of terror apologists and questioners of our armed forces.
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) March 22, 2019
This reprehensible statement by a senior leader like Ram Gopal Ji insults all those who have given their lives in protecting Kashmir. It humiliates the families of our martyrs. https://t.co/BZyWbIyJjo
गौरतलब है कि राम गोपाल यादव ने गुरुवार को पुलावाम हमले को साजिश बताते हुए कहा था कि वोट के लिए जवानों को मार दिया गया। रामगोपाल ने कहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद अगर सरकार बदली और जांच हुई तो बड़े-बड़े लोग फंसेंगे। रामगोपाल यादव ने कहा, 'अर्धसैनिक बल सरकार से दुखी हैं। जवान मार दिये गये वोट के लिए, जम्मू-श्रीनगर के बीच में चेकिंग नहीं थी। जवानों को साधारण बसों से भेज दिया गया। ये साजिश थी। अभी नहीं कहना चाहता, जब सरकार बदलेगी, इसकी जांच होगी, तब बड़े-बड़े लोग फंसेंगे।'
अखिलेश की सफाई
वहीं, राम गोपाल यादव के बयान पर बढ़ रहे विवाद के बाद अखिलेश यादव ने सफाई दी है। अखिलेश ने कहा कि सैन्य बलों के त्याग पर कोई सवाल नहीं उठा सकता और राजनेताओं से सवाल करना लोकतंत्र में सभी का अधिकार है। अखिलेश ने ट्वीट किया, 'सरकार को खुद को भारतीय सेना के तौर पर पेश करने से बचना चाहिए। जो नेता यह कहते हैं कि उनसे सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए, तो वे खतरनाक है।'
The sacrifices of our Armed Forces should never be questioned.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 22, 2019
To ask questions of politicians in a democracy is our fundamental right.
This government needs to stop pretending to be the Indian Army. Politicians who say they cannot be questioned are dangerous.