पीएम मोदी ने की घोषणा, बढ़ेगी 'आशा' और 'आंगनवाड़ी' कार्यकर्ताओं की मानदेय-प्रोत्साहन राशि
By स्वाति सिंह | Published: September 11, 2018 03:56 PM2018-09-11T15:56:25+5:302018-09-11T15:56:25+5:30
पीएम मोदी ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं की प्रोत्साहन राशि को दोगुना करने के अलावा यह भी फैसला किया गया है कि उन्हें प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना मुफ्त दी जाएंगी।
नई दिल्ली, 11 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आशा और आंगनवाड़ी योजना से जुड़े लोगों को मिलने वाले मनदेय को वृद्धि की घोषणा की है। पीएम मोदी ने आशाकर्मियों की प्रोत्साहन अमाउंट को बढ़ाकर दुगुना किया और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 3000 रुपये से बढ़ा कर 4500 रुपये करने का ऐलान किया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 'नरेंद्र मोदी ऐप' के द्वारा यहां संवाद किया। उन्होंने बताया कि अगले महीने से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ोतरी के साथ मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि केंद्र सरकार ने देशभर के आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में केंद्र के हिस्से में बढ़ोतरी करते हुए आशाकर्मियों की प्रोत्साहन राशि बढ़ाकर दुगना करने और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 3000 रूपये से बढ़ा कर 4500 रूपये करने का फैसला किया है।
आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से नरेन्द्र मोदी ऐप एवं वीडियो लिंक के माध्यम से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने बताया कि जिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 2250 रूपये था, उन्हें अब 3500 रूपये मिलेगा। आंगनवाड़ी सहायिकाओं को 1500 रूपये के स्थान पर 2250 रूपये मिलेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी कहा, 'यह बढ़ा हुआ मानदेय अगले माह यानी एक अक्तूबर से लागू हो जायेगा । अर्थात नवंबर से आपको नया पैसा या तनख्वाह या मानदेय मिलेगा।' उन्होंने जोर दिया कि यह बढ़ी राशि केंद्र सरकार के हिस्से की है।
पीएम मोदी ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं की प्रोत्साहन राशि को दोगुना करने के अलावा यह भी फैसला किया गया है कि उन्हें प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना मुफ्त दी जाएंगी।
उन्होंने कहा कि इसका मतलब हुआ कि दो। । दो लाख रूपये की इन दोनों बीमा योजना के तहत कोई प्रीमियम नहीं देना होगा और यह खर्च सरकार उठायेगी।
बता दें कि संसद में भी विभिन्न दलों के सदस्य आशा कर्मियों एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय को बढ़ाने की समय समय पर मांग करते रहे हैं ।
(भाषा इनपुट के साथ)