पीएम नरेंद्र मोदी अब से कुछ ही देर में करेंगे राष्ट्र को सम्बोधित, जानिए प्रधानमंत्री आज किन मुद्दों पर कर सकते हैं चर्चा
By स्वाति सिंह | Published: October 20, 2020 04:44 PM2020-10-20T16:44:15+5:302020-10-20T16:46:35+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोई अहम ऐलान करने के साथ देश की जनता को सुझाव दे सकते हैं। कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही जंग को लेकर देश की जनता को अलर्ट करने की भी संभावना है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को शाम छह बजे से राष्ट्र के नाम संदेश देंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोई अहम ऐलान करने के साथ देश की जनता को सुझाव दे सकते हैं। कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही जंग को लेकर देश की जनता को अलर्ट करने की भी संभावना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम छह बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री का संबोधन ऐसे समय में हो रहा है जब बिहार में विधानसभा चुनाव सहित कई राज्यों में उपचुनाव हो रहे हैं और साथ ही दुर्गापूजा का त्योहार जारी है। इसके अलावा दशहरा, दिवाली व छठ जैसे पर्व नजदीक हैं।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आज शाम छह बजे राष्ट्र के नाम संदेश दूंगा। आप जरूर जुड़ें।’’ भारत में जब से कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई है तब से प्रधानमंत्री छह बार राष्ट्र के नाम संदेश जारी कर चुके हैं। आज उनका सातवां राष्ट्र के नाम संबोधन होगा। मार्च महीने में उन्होंने इसकी शुरुआत की थी और 19 मार्च को उन्होंने लोगों से जनता कर्फ्यू की अपील की थी।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आज शाम छह बजे राष्ट्र के नाम संदेश दूंगा। आप जरूर जुड़ें।’’ भारत में जब से कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई है तब से प्रधानमंत्री कई दफे राष्ट्र के नाम संदेश जारी कर चुके हैं।
आज शाम 6 बजे राष्ट्र के नाम संदेश दूंगा। आप जरूर जुड़ें।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 20, 2020
Will be sharing a message with my fellow citizens at 6 PM this evening.
प्रधानमंत्री ने “हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ” का नारा दिया था
इस संबोधन में प्रधानमंत्री ने “हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ” का नारा दिया था। अपने इस संबोधन में उन्होंने 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता-कर्फ्यू का पालन करने का आग्रह किया था। उन्होंने लोगों से घरों से बाहर न निकलने की अपील की थी। प्रधानमंत्री ने सभी से कोरोना योद्धाओं के सम्मान में पांच मिनट ताली बजाकर,थाली बजाकर या फिर घंटी बजाकर हौसला बढ़ाने और सैल्यूट करने का आग्रह किया था। इसके बाद 24 मार्च को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में उन्होंने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया था।
उन्होंने अपने इस संबोधन में ‘‘जान है तो जहान है’’ का नारा दिया था। तीन अप्रैल को कोरोना काल में राष्ट्र के नाम अपने तीसरे संबोधन में प्रधानमंत्री ने देशवासियों से पांच अप्रैल को रात 9 बजे 9 मिनट घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे पर या बालकनी में खड़े रहकर, 9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाने का अनुरोध किया था। इसके बाद 14 अप्रैल को चार हफ्तों में चौथी बार प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित किया। इसमें उन्होंने तीन मई तक लॉकडाउन बढाए जाने की घोषणा की थी।
उचित दूरी का पालन करने समेत सात नियमों का पालन करने का सभी से आग्रह किया था
उन्होंने लोगों से घरों से न निकलने, उचित दूरी का पालन करने समेत सात नियमों का पालन करने का सभी से आग्रह किया था। अपने इस संबोधन में उन्होंने कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए, देश के सेहत से जुड़े संसाधनों को और मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से 15 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किए जाने की घोषणा की थी। उन्होंने लोगों से अपील की थी कि कोरोना को किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है। इसके बाद 12 मई को अगले राष्ट्र के नाम संबोधन में उन्होंने लॉकडाउन के चौथे चरण की घोषणा की थी। इस संबोधन में उन्होंने आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी।
उन्होंने आपदा को अवसर में बदलने का नारा दिया था। इसके बाद 30 जून को प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम अपना संदेश दिया था। उस वक्त देश ‘‘अनलॉक-2’’ में प्रवेश कर रहा था। मोदी ने उस वक्त कहा था कि दुनिया के अनेक देशों की तुलना में भारत संभली हुई स्थिति में है। इस संबोधन में उन्होंने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के नवंबर तक विस्तार की घोषणा की थी। इस योजना के तहत 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को हर महीने, परिवार के हर सदस्य को पांच किलो गेहूं या चावल और एक किलो चना मुफ्त मुहैया कराने का प्रावधान है।
प्रधानमंत्री का यह संबोधन ऐसे समय में हो रहा है जब देश में कोरोना के मामलों में कमी आई
प्रधानमंत्री का यह संबोधन ऐसे समय में हो रहा है जब देश में कोरोना के मामलों में कमी आई है। खुद प्रधानमंत्री ने सोमवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है और इससे ठीक होने की दर 88 प्रतिशत तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए संभव हो सका, क्योंकि भारत सबसे पहले लॉकडाउन लगाने वाले देशों में था। ऐसे में समझा जा रहा है कि प्रधानमंत्री का संबोधन कोरोना पर ही केंद्रित रहेगा।
भारत में मंगलवार को करीब तीन महीने बाद कोविड-19 के दैनिक नए मामले 50,000 से कम आए। कोरोना वायरस संक्रमण के नये दैनिक मामले कम होकर अब 46,790 पर आ गये। इन नये मामलों के साथ देश में अब संक्रमण के कुल मामले 75,97,063 हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार, एक दिन में कुल 46,790 नये मामले सामने आए, जबकि पिछले 24 घंटे के अंतराल में बीमारी से 587 और मौतें होने से देश में अब इस महामारी में मरने वाले लोगों की संख्या 1,15,197 हो गई।
देश में इससे पहले कोविड-19 के 50,000 से कम नये मामले 28 जुलाई को आए थे, जिस दिन 47,703 नए मामले सामने आए थे। देश भर में कोविड-19 से एक दिन में होने वाली मौतों की संख्या लगातार दूसरे दिन 600 से कम रही। देश में कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हुए लोगों की संख्या 67 लाख के पार हो गई है, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या लगातार चौथे दिन आठ लाख से नीचे रही।
मार्च महीने में उन्होंने इसकी शुरुआत की थी और 19 मार्च को उन्होंने लोगों से जनता कर्फ्यू की अपील की थी। इसके बाद 24 मार्च को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में उन्होंने 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया था। बाद के राष्ट्र के नाम अपने संबोधनों में उन्होंने आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की थी।
सोशल मीडिया पर बढ़ी हलचल
पीएम मोदी के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट आते ही ट्विटर पर हलचल तेज हो गई। लोग तुक्के लगाने लगे कि प्रधानमंत्री आज क्या बोलेंगे। ट्रोल्स ने अपने अंदाज में इस ट्वीट को मीम की तरह इस्तेमाल किया। वहीं कुछ ने नोटबंदी की याद दिलाते हुए पूछा कि 'बस इतना बता दें कि 500 के नोट या 2,000 वाले।'