पीएम मोदी बोले- जागरूकता से लॉकडाउन की जरूरत नहीं पड़ेगी, जानें बड़ी बातें
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 20, 2021 09:15 PM2021-04-20T21:15:30+5:302021-04-20T21:48:38+5:30
सरकार ने एक मई से 18 साल के ऊपर के लोगों के टीकाकरण कार्यक्रम को मंजूरी दी है। उन्होंने नये टीकों को विकसित करने की दिशा में वैज्ञानिकों द्वारा किए जा रहे शोध और प्रयासों की भी सराहना की।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को अपने संबोधन में कहा कि जागरूकता से लॉकडाउन की जरूरत नहीं पड़ेगी।
कोरोना के खिलाफ देश आज फिर बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहा है, कुछ सप्ताह पहले तक स्थितियां संभली हुई थीं और फिर यह कोरोना की दूसरी लहर तूफान बनकर आ गई। चुनौती बड़ी है लेकिन हमें मिलकर अपने संकल्प, हौंसले और तैयारी के साथ इसे पार करना है।
बिना कारण घर के लोग, घर से बाहर न निकलें
पीएम मोदी ने कहा कि अपने बाल मित्रों से एक बात विशेष तौर पर कहना चाहता हूं। मेरे बाल मित्र, घर में ऐसा माहौल बनाएं कि बिना काम, बिना कारण घर के लोग, घर से बाहर न निकलें। आपकी जिद बहुत बड़ा परिणाम ला सकती है।
मेरा युवा साथियों से अनुरोध है की वो अपनी सोसायटी में, मोहल्ले में, अपार्टमेंट्स में छोटी-छोटी कमेटियां बनाकर कोविड अनुशासन का पालन करवाने में मदद करे। हम ऐसा करेंगे तो सरकारों को न कंटेनमेंट जोन बनाने की जरूरत पड़ेगी, कर्फ़्यू लगाने की, न लॉकडाउन लगाने की।
मेरा राज्य प्रशासन से आग्रह है कि वो श्रमिकों का भरोसा जगाए रखें, उनसे आग्रह करें कि वो जहां हैं, वहीं रहें। राज्यों द्वारा दिया गया ये भरोसा उनकी बहुत मदद करेगा कि वो जिस शहर में हैं वहीं पर अगले कुछ दिनों में वैक्सीन भी लगेगी और उनका काम भी बंद नहीं होगा।
कोविड-19 रोधी टीका लगाया जा सके
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को ‘‘सामर्थ्य, संसाधन और सेवा भाव’’ को भारत के टीका उद्योग की सबसे बड़ी ताकत बताया और टीका निर्माताओं से अपनी उत्पादन क्षमता में लगातार वृद्धि करने का आग्रह किया ताकि कम से कम समय में अधिक से अधिक लोगों को कोविड-19 रोधी टीका लगाया जा सके।
जानिए बड़ी बातें...
कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में लगातार काम करने वाले डॉक्टरों और अन्य सभी स्वास्थ्य कर्मियों का मैं आभार जताना चाहता हूं।
इस बार कोरोना संकट में देश के अनेक हिस्सों में ऑक्सीजन की मांग बहुत ज्यादा बढ़ी है।
टीकाकरण के पहले चरण से ही गति के साथ ही इस बात पर जोर दिया गया कि ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों तक, जरूरतमंद लोगों तक टीके पहुंचें।
मुझे विश्वास है कि भारत कोविड-19 महामारी को हराएगा, सभी को जरूरत में प्रवासी मजदूरों समेत एक दूसरे की मदद करनी होगी।
अगर हम सभी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करेंगे तो सरकारों को न कंटेनमेंट ज़ोन बनाने की ज़रुरत पड़ेगी, न कर्फ़्यू लगाने की, न लॉकडाउन लगाने की।
लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें और लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है।
मेरा राज्यों से आग्रह है कि वे श्रमिकों का भरोसा बनाए रखें, उनसे आग्रह करें कि वे जहां हैं, वहीं रहें।
आज की स्थिति में हमें देश को लॉकडाउन से बचाना है।
राज्यों से भी अनुरोध करूंगा कि वो लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें।
लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है।
माइक्रो कन्टेनमेंट जोन पर ही ध्यान केंद्रित करना है।
इस विषय पर तेजी से और पूरी संवेदनशीलता के साथ काम किया जा रहा है।
हमारे वैज्ञानिकों ने दिन-रात एक करके बहुत कम समय में देशवासियों के लिए टीके विकसित किये हैं।
आज दुनिया का सबसे सस्ता टीका भारत में है।
आज नवरात्रि का आखिरी दिन है।
कल रामनवमी है और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का यही संदेश है कि हम मर्यादाओं का पालन करें।
कोरोना के इस संकट काल में कोरोना से बचने के जो भी उपाय हैं, कृपया करके उनका पालन शत प्रतिशत करिए।