पीएम मोदी ने अघोराचार्य बाबा, कीनाराम अघोर शोध एवं सेवा संस्थान की जनसेवा की प्रशंसा की
By भाषा | Published: August 26, 2020 05:13 PM2020-08-26T17:13:38+5:302020-08-26T17:13:38+5:30
मोदी ने अपने पत्र में लिखा है, ‘‘परहित और सर्वोहित का संतोष महसूस करने की भावना हमारी संस्कृति में समाहित है।
वाराणसी, 26 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान वाराणसी स्थित अघोराचार्य बाबा, कीनाराम अघोर शोध एवं सेवा संस्थान द्वारा आम जनता की सेवा के लिए किये गए कार्यों की सराहना की है। वाराणसी से सांसद मोदी ने वाराणसी के रविन्द्रपुरी स्थित अघोराचार्य बाबा, कीनाराम अघोर शोध एवं सेवा संस्थान के व्यवस्थापक अरुण कुमार को लिखे एक पत्र में संस्थान द्वारा की जा रही जनसेवा की प्रशंसा की है।
मोदी ने अपने पत्र में लिखा है, ‘‘परहित और सर्वोहित का संतोष महसूस करने की भावना हमारी संस्कृति में समाहित है। काशी की भूमि परोपकार, त्याग और सत्यशिक्षा की पुण्यस्थली है। यह देखना सुखद है कि काशीवासी इस विरासत को आगे ले जा रहे हैं।’’
अघोरपीठ से जुड़े संजय सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पत्र में लिखा है, ‘‘इस आपदा के समय बाबा कीनाराम आश्रम द्वारा गरीब, असहाय एवं जरूरतमंद लोगों को खाना पहुंचाना, सूखे राशन की किट उपलब्ध कराना, फेस मास्क और सेनेटाइजर का वितरण करना या पशुपक्षियों के आहार की व्यवस्था करना, जसे अनेक कार्यों को जिस निष्ठा और समर्पण से किया गया वह अतुलनीय है।’’
सिंह के अनुसार मोदी ने पत्र में लिखा है, ‘‘मुझे विश्वास है कि देश और समाज की बेहतरी के लिए आप की संस्था इसी प्रकार समर्पित रहेगी। विश्व के प्राचीनतम नगर काशी (वाराणसी) स्थित अघोराचार्य बाबा, कीनाराम अघोर शोध एवं सेवा संस्थान से जुड़े सभी लोगों को भावी प्रयासों के लिए मैं हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ।’’ सिंह ने कहा, ‘‘जनसेवा के लिए प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से एक आभार ज्ञापन पत्र प्राप्त हुआ है।
इस पत्र में प्रधानमंत्री ने अघोराचार्य बाबा कीनाराम अघोर शोध एवं सेवा संस्थान के लोक कल्याणकारी कार्यों की सराहना की है। मोदी ने अपने पत्र में लिखा है कि इस संस्था ने स्वेच्छा से आगे बढ़कर समाज के प्रति अपने दायित्यों का निर्वहन किया है जो अभूतपूर्व है।