सरदार पटेल की प्रतिमा पर पीएम मोदी ने दी सफाई, कहा नेहरू को नीचा दिखाने के लिए नहीं बनाई गई है ये मूर्ति
By भाषा | Published: April 18, 2019 04:32 PM2019-04-18T16:32:27+5:302019-04-18T16:32:27+5:30
लोकसभा चुनाव 2019: मोदी ने नर्मदा नदी पर साधु बेट द्वीप में सरदार पटेल को समर्पित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का पिछले साल 31 अक्टूबर को अनावरण किया था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल की भव्य प्रतिमा पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को ‘‘नीचा दिखाने’’ के लिए नहीं बनाई गई है। मोदी ने यहां एक चुनावी रैली में कहा कि हालांकि कांग्रेस कहती है कि पटेल उनके नेता हैं, लेकिन पार्टी का कोई नेता अभी तक प्रतिमा देखने नहीं आया।
मोदी ने अपने भाषण में कहा, ‘‘जब आप गूगल पर दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा खोजते हैं, तब स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और गुजरात का नाम सामने आने पर क्या आपको गर्व महसूस नहीं होता?’’ मोदी ने अधिकतर भाषण गुजराती में दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पंडित नेहरू को नीचा दिखाने के लिए सरदार पटेल की प्रतिमा नहीं बनवाई। पटेल का कद इतना ऊंचा है कि आपको दूसरों को उनसे छोटा दिखाने के लिए मेहनत करने की जरूरत ही नहीं है।’’
मोदी ने नर्मदा नदी पर साधु बेट द्वीप में सरदार पटेल को समर्पित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का पिछले साल 31 अक्टूबर को अनावरण किया था। 2,389 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित यह प्रतिमा 182 मीटर ऊंची है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने आतंकवाद को जम्मू-कश्मीर के केवल ‘‘ढाई’’ जिलों तक सीमित कर दिया है और देश के किसी अन्य हिस्से में पिछले पांच साल में कोई बम विस्फोट नहीं हुआ।
उन्होंने कश्मीर मामला अभी तक नहीं सुलझ पाने के लिए कांग्रेस नीत सरकारों की नीतियों को दोषी ठहराया। मोदी ने कहा, ‘‘पहले नियमित अंतराल पर बम विस्फोट होते थे, भले ही वह पुणे हो, अहमदाबाद हो, हैदराबाद हो, काशी हो या जम्मू हो, लेकिन क्या आपने पिछले पांच वर्षों में एक भी विस्फोट के बारे में सुना? क्या आपको नहीं लगता कि यह देश की सेवा है? क्या आप अब सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे?’’ उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद जम्मू-कश्मीर के केवल ढाई जिलों तक सीमित रह गया है।
उस राज्य के भी अन्य हिस्सों में कोई समस्या नहीं है। कश्मीर में हालिया पंचायत चुनावों में करीब 75 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया और हिंसा की एक भी घटना नहीं हुई।’’ उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए यह जानना चाहता कि 2008 में जब वह सत्ता में थी, उस समय हुए मुंबई आतंकवादी हमले के बाद उसने क्या किया।
उन्होंने पुलवामा हमले के बाद बालाकोट हवाई हमले का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘वे (पाकिस्तान) भूल गए कि यह मोदी है... आपने पाकिस्तान को पहली बार रोते देखा होगा। वे मोदी से फोन उठाने की अपील कर रहे थे...हमने पाकिस्तान को इस स्थिति में डाला।’’ बालाकोट हवाई हमले के बाद भारत से संपर्क साधने की कोशिश संबंधी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान पर मोदी ने कहा कि नेता को ‘‘फोन उठाने के लिए हमसे सार्वजनिक रूप से अनुरोध करना पड़ा’’। मोदी ने कहा कि उन्होंने गुजरात में जो कुछ सीखा, उससे उन्हें 2017 में चीन के साथ डोकलाम गतिरोध के दौरान मदद मिली।
भारत ने चीनी बलों को डोकलाम में सड़क निर्माण से रोक दिया था जिसके बाद दोनों देशों के बलों के बीच 73 दिन गतिरोध की स्थिति बनी रही थी। मोदी ने कहा ‘‘मेरे लिये यह चुनावी रैली नहीं है बल्कि यहां जो कुछ मैंने सीखा उसके लिए गुजरात के लोगों को धन्यवाद कहने की खातिर यह रैली है।’’ उन्होंने सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) कानून की समीक्षा करने, राजद्रोह कानून को रद्द करने और कश्मीर में सुरक्षा बलों की संख्या कम करने के चुनावी वादों को लेकर कांग्रेस की आलोचना की।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस को 2014 में आजादी के बाद सबसे कम सीटों पर जीत मिली और 2019 में वह सबसे कम लोकसभा सीटों पर लड़ रही है, लेकिन तब भी वह सत्तारूढ़ पार्टी बनने का ‘‘सपना देख’’ रही है।