पीएम मोदी ने 33 मिनट के भाषण में 59 बार किया भारत का जिक्र, जानें अन्य किन शब्दों का कितनी बार किया प्रयोग
By सुमित राय | Published: May 12, 2020 10:07 PM2020-05-12T22:07:35+5:302020-05-12T22:33:33+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित किया और अपने 33 मिनट के भाषण के दौरान सबसे ज्यादा भारत शब्द का प्रयोग किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कोरोना वायरस संकट के बीच मंगलवार को देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कोरोना से लड़ते देश के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज के ऐलान करने के अलावा लॉकडाउन के चौथे चरण की भी घोषणा की। इसके अलावा पीएम मोदी ने देश को आत्मनिर्भरता के लिए मंत्र दिया और भारत के भव्य इमारत के पांच पिलर के बारे में भी बताया।
पीएम मोदी ने 33 मिनट के अपने भाषण में सबसे ज्यादा बार 'भारत' का जिक्र किया और उन्होंने अपने संबोधन में 59 बार भारत कहा। इसके अलावा पीएम ने 38 बार आत्मनिर्भर शब्द का प्रयोग किया और भारत के आत्म निर्भरता की बात की। इसके अलावा पीएम मोदी ने अपने संबोधन में वैश्विक शब्द का 28 बार, सप्लाई चेन का 20 बार, संकट शब्द का 17 बार और स्थानीय शब्द का 16 बार प्रयोग किया।
20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया। उन्होंने कहा, "कोरोना संकट का सामना करते हुए, नए संकल्प के साथ मैं आज एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूं। ये आर्थिक पैकेज, 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा।"
उन्होंने कहा, "इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपये का संबल मिलेगा, सपोर्ट मिलेगा। 20 लाख करोड़ रुपये का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को, आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा।"
पीएम मोदी ने लॉकडाउन 4 का किया ऐलान
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के चौथे चरण का ऐलान किया। पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन का चौथा चरण, लॉकडाउन 4 पूरी तरह नए रंग रूप वाला होगा, नए नियमों वाला होगा। राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन 4 से जुड़ी जानकारी भी आपको 18 मई से पहले दी जाएगी।
आत्मनिर्भर भारत की इमारत के 5 पिलर का किया जिक्र
भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है- "आत्मनिर्भर भारत"। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत की भव्य इमारत के पांच पिलर (खंभे) का जिक्र किया, जिसपर यह खड़ी होगी। उन्होंने कहा कि पहला पिलर- इकोनॉमी, दूसरा पिलर- इंफ्रास्ट्रक्चर, तीसरा पिलर- हमारा सिस्टम, चौथा पिलर- डेमोक्रेसी और पांचवां पिलर- डिमांड और सप्लाई चेन है।