पीएम मोदी ने की ई-कोर्ट प्रोजेक्ट के तहत नई पहल की शुरुआत, कहा- भारत का संविधान इसकी सबसे बड़ी ताकत है
By मनाली रस्तोगी | Published: November 26, 2022 12:28 PM2022-11-26T12:28:46+5:302022-11-26T12:29:55+5:30
1949 में संविधान सभा द्वारा भारत के संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में 26 नवंबर को 2015 से संविधान दिवस के रूप में चिह्नित किया गया है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत का संविधान इसकी सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की उपस्थिति में सुप्रीम कोर्ट में संविधान दिवस समारोह को चिह्नित करने के लिए चार डिजिटल कोर्ट पहल की शुरुआत की। पीएम मोदी ने कहा, "संविधान देश की प्रगति को आगे बढ़ाने वाली सबसे बड़ी ताकत है।" पीएम मोदी ने युवाओं से बहस और चर्चाओं में हिस्सा लेने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, "हमारे संविधान की भावना युवा केंद्रित है। मैं सरकारी संस्थानों और न्यायपालिका से अनुरोध करता हूं कि वे हमारे युवाओं में अधिक जागरूकता पैदा करने के प्रयास करें।" 26 नवंबर को 1949 में संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में 2015 से संविधान दिवस के रूप में चिह्नित किया गया है। पीएम ने कहा, "भारत को एक हफ्ते में जी20 की अध्यक्षता मिल जाएगी। यह देश के लिए बहुत बड़ा अवसर है।"
इवेंट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ई-कोर्ट परियोजना के तहत नई पहल की शुरुआत की। इवेंट से पहले एक बयान में उनके कार्यालय के हवाले से कहा गया, "ये प्रोजेक्ट अदालतों की आईसीटी सक्षमता के माध्यम से वादियों, वकीलों और न्यायपालिका को सेवाएं प्रदान करने का एक प्रयास है। पीएम द्वारा शुरू की जा रही पहलों में वर्चुअल जस्टिस क्लॉक, जस्टआईएस मोबाइल ऐप 2।0, डिजिटल कोर्ट और S3WaaS वेबसाइट शामिल हैं।