VIDEO: रात के 10 बजने के कारण पीएम मोदी ने नहीं तोड़ा लाउडस्पीकर नियम, बिना माइक संबोधन करते हुए जनता से मांगी माफी
By भाषा | Published: October 1, 2022 07:37 AM2022-10-01T07:37:19+5:302022-10-01T07:44:00+5:30
जनसभा में लेट से पहुंचने पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, “मुझे पहुंचने में देर हो गई। दस बज गए हैं.. मेरी आत्मा कहती है कि मुझे कानून व नियम का पालन करना चाहिए और इसलिए मैं आप सबसे क्षमा मांगता हूं।”
जयपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देर से पहुंचने के कारण सिरोही जिले के आबू रोड में एक जनसभा को संबोधित नहीं किया है। पीएम मोदी ने इसके लिए लोगों से खेद जताते हुए कहा कि उन्हें लाउडस्पीकर संबंधी नियमों का पालन करना होगा, इसलिए वे जनसभा नहीं करेंगे।
पीएम मोदी ने बिना माइक से किए अपने संबोधन में कहा, “मैं आप सब से क्षमा मांगता हूं लेकिन आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं यहां फिर आऊंगा और आपका ये जो प्यार है उसे मैं ब्याज समेत चुकता करूंगा।”
पहुंचने में देरी हुई तो पीएम मोदी ने किया संबोधन
गुजरात के अंबाजी से शुक्रवार रात 10 बजकर 20 मिनट पर आबू रोड पहुंचे प्रधानमंत्री ने जनसमूह को बिना माइक से किए संबोधन में कहा “ मुझे पहुंचने में देर हो गई। दस बज गए हैं.. मेरी आत्मा कहती है कि मुझे कानून व नियम का पालन करना चाहिए और इसलिए मैं आप सबसे क्षमा मांगता हूं।”
उन्होंने संबोधन के बाद मंच से जनता को झुककर तीन बार नमन किया और ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया जिसे लोगों ने दोहराया। इससे पूर्व प्रधानमंत्री मोदी के आबू रोड पहुंचने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने उन्हें साफा पहना कर उनका अभिनंदन किया।
#WATCHराजस्थान के आबू रोड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाल सभा को संबोधित करने के लिए माइक का इस्तेमाल नहीं किया क्योंकि वे रात 10 बजे के बाद लाउडस्पीकर का उपयोग करने के किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं करना चाहते थे। pic.twitter.com/rCMRI3LV0j
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 30, 2022
रैली में बड़े नेताओं के साथ 40 विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी कार्यकर्ता भी शामिल थे
इस अवसर पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, सांसद देव जी पटेल और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया समेत अन्य पदाधिकारी और नेता मौजूद थे। रैली के लिए सिरोही, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, पाली, उदयपुर और आसपास के 40 विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था।
गुजरात सीमा से सटे दक्षिणी राजस्थान में पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने के लिए रैली आयोजित करने की योजना बनाई गई थी। आपको बता दें कि कांग्रेस शासित राजस्थान में विधानसभा चुनाव अगले साल के अंत में होने हैं। गुजरात के बनासकांठा जिले के प्रसिद्ध अंबाजी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद प्रधानमंत्री आबू रोड पहुंचे थे।