राफेल डील: राहुल ने कहा- PM ने अनिल अंबानी के साथ 130 हजार करोड़ का किया सर्जिकल स्ट्राइक
By भारती द्विवेदी | Published: September 22, 2018 12:56 PM2018-09-22T12:56:57+5:302018-09-22T14:08:31+5:30
ओलांद का बयान आने के बाद फ्रांसीसी कंपनी दैसॉ ने उनके बयान को खारिज करते हुए एक अलग बयान दिया है। कंपनी का कहना है कि सौदे के लिए अनिल अंबानी की रिलायंस कंपनी को उन्होंने खुद चुना था।
नई दिल्ली, 22 सितंबर: देश की दोनों ही बड़ी पार्टियों के बीच शुक्रवार से राफेल डील को लेकर घमासान मचा हुआ है। फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फांस्वा ओलांद के बयान के बाद से ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को लेकर अपना रुख हमलावार कर रखा है। राहुल ने ट्वीट करके लिखा है- 'प्रधानमंत्री और अनिल अंबानी 130 हजार करोड़ रुपए का सर्जिकल स्ट्राइक किया है। मोदी जी ने शहीदों का अपमान किया है। भारत की आत्मा को चोट पहुंचाने के लिए आपको शर्म आनी चाहिए।'
बता दें कि राफेल डील पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद राहुल गांधी ने शुक्रवार (21 सितंबर) को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के साथ विश्वासघात किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी निजी तौर पर राफेल डील पर बात की है। इसके अलावा फ्रांस्वा ओलांद को धन्यवाद देते हुए कहा कि हम अब जानते हैं कि उन्होंने दिवालिया हो चुके अनिल अंबानी के लिए बिलियन डॉलर्स की डील कराई। पीएम मोदी ने हमारे सैनिकों की शहादत का अपमान किया है।
The PM and Anil Ambani jointly carried out a One Hundred & Thirty Thousand Crore, SURGICAL STRIKE on the Indian Defence forces. Modi Ji you dishonoured the blood of our martyred soldiers. Shame on you. You betrayed India's soul. #Rafale
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 22, 2018
ओलांद का बयान आने के बाद फ्रांसीसी कंपनी दैसॉ ने उनके बयान को खारिद करते हुए एक अलग बयान दिया है। कंपनी का कहना है कि सौदे के लिए अनिल अंबानी की रिलायंस कंपनी को उन्होंने खुद चुना था। दोनों ही कंपनियों के बीच सौदा भारतीय कानून के मुताबिक ही किया गया है।
गौरतलब है कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने अपने एक इंटरव्यू में चौंकाने वाला खुलासा किया है। राफेल डील पर बयान देते हुए ओलांद ने कहा है कि राफेल डील के लिए अनिल अंबानी को दैसाॉ एविएशन कंपनी ने नहीं चुना था। हमनें वहीं पार्टनर चुना जो हमें दिया गया था। हमारे पास कोई विकल्प ही नहीं था। फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद का ये इंटरव्यू फ्रांस की न्यूज वेबसाइट मीडियापार्ट ने छापा है।
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के बयान आने के बाद रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट करके सफाई दी थी। रक्षा मंत्रालय ने अपने ट्वीट में लिखा था, 'राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के बयान पर जांच की जाएगी। पार्टनर चुनने में न भारत सरकार की भूमिका और न फ्रांस की। व्यवसायिक फैसले में किसी सरकार की भूमिका नहीं।