पुलवामा हमला:15 किलोमीटर तक के इलाके की जांच करेगी NIA, पाकिस्तान के कॉल रिकॉर्ड का निकलेगी ब्यौरा
By स्वाति सिंह | Published: February 16, 2019 09:23 AM2019-02-16T09:23:53+5:302019-02-16T09:23:53+5:30
शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले के सिलसिले में पुलिस ने सात लोगों को हिरासत में लिया।
जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले की शुरूआती जांच में एनआईए (NIA) ने घटना में लगभग 10-15 किलोग्राम आरडीएक्स होने की आशंका जताई है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) की अलग-अलग टीमों के साथ जम्मू और कश्मीर में विस्फोट स्थल का जांच के लिए पहुंचे हैं। सूत्रों की मानें तो जांच एजेंसियों ने यह भी निर्धारित किया है कि वह हाईवे पंपोर से अवंतीपोरा लगभग 15 किलोमीटर तक जांच करेगी।
दोनों टीमों ने श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय नेशनल हाइवे पर श्रीनगर से लगभग 30 किलोमीटर दूर लेथपोरा में हमले के स्थल का दौरा किया और फ़ॉरेन्सिक जांच के लिए इलाके से तस्वीरें और वीडियो इकठ्ठा किए। सूत्रों अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के राष्ट्रीय बम डेटा सेंटर (एनबीडीसी) की एक टीम ने भी हमले में इस्तेमाल किए गए IED को जांचने के लिए क्षेत्र का दौरा किया।
एनआईए की टीम सीआरपीएफ के अन्य सदस्यों से भी बात की जो उस काफिले का हिस्सा थे।एजेंसियों ने संदिग्ध कॉल और उन पर हमले के समय के आसपास किए गए लोगों को पता लगाने के लिए हमला क्षेत्र के टॉवर डंप भी लिए हैं।
इसके अलावा एनआईए ने आस पास के इलाकों में हुए संदिग्ध कॉल रिकॉर्ड की भी जांच कर रही है।
उधर, शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले के सिलसिले में पुलिस ने सात लोगों को हिरासत में लिया।
पुलवामा के निकट अवंतीपुरा में गुरुवार को हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 49 जवान शहीद हो गये।
पुलिस ने आत्मघाती हमले की योजना से जुड़े होने के संदेह में इन युवकों को पुलवामा और अवंतीपुरा से हिरासत में लिया । अपनी तरह के इस पहले आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ने विस्फोटक से लदे वाहन को सीआरपीएफ की बस से टकरा दिया था।
संघीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने विस्फोटक और फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ मिलकर क्राइम सीन (अपराध के दृश्य) के फोरेंसिक मूल्यांकन के लिए आवश्यक सामग्री एकत्र की ।
ऐसा माना जाता है कि इस पूरे हमले की योजना एक पाकिस्तानी नागरिक कामरान ने बनायी थी जो जैश ए मोहम्मद का सदस्य है । कामरान, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, अवंतीपुरा तथा त्राल इलाके में सक्रिय है ।
फिदायीन(आत्मघाती हमलावर) की पहचान आदिल अहमद के रूप में की गयी है । वह पुलवामा के काकापुरा इलाके का निवासी आदिल 2018 में जैश में शामिल हुआ था ।
प्रारंभिक जांच के अनुसार दक्षिण कश्मीर के त्राल इलाके के मिदूरा में आतंकी हमले की योजना बनायी गयी। पुलिस, जैश के एक अन्य स्थानीय सक्रिय सदस्य की तलाश कर रही है जो विस्फोटकों की व्यवस्था में मददगार बना ।