CDS जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश की आई जांच रिपोर्ट, वायुसेना ने बताई दुर्घटना की वजह

By रुस्तम राणा | Published: January 14, 2022 09:14 PM2022-01-14T21:14:03+5:302022-01-14T21:29:32+5:30

वायुसेना के मुताबिक कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट रिकॉर्डर का विश्लेषण किया गया। जिसके तहत मौसम की स्थिति में अप्रत्याशित बदलाव के कारण पायलट मार्ग से भटक गया और परिणामस्वरूप यह बड़ा हादसा हुआ।

Pilot’s disorientation in bad weather led to CDS Bipin Rawat chopper crash says IAF | CDS जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश की आई जांच रिपोर्ट, वायुसेना ने बताई दुर्घटना की वजह

CDS जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश की आई जांच रिपोर्ट, वायुसेना ने बताई दुर्घटना की वजह

Highlightsखराब मौसम में पायलट के भटकाव के कारण हुआ हादसाकोर्ट ऑफ इन्क्वायरी की सिफारिशों पर हो रही है समीक्षा

नई दिल्ली: भारतीय वायु सेना ने शुक्रवार को भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश की वजह बताई है। वायुसेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि खराब मौसम में पायलट के भटकाव के कारण हुआ था। इस घटना पर रक्षा मंत्रालय ने ट्राई-सर्विसेज कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए थे, जिसकी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आ गई है।

वायुसेना के मुताबिक कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट रिकॉर्डर का विश्लेषण किया गया। जिसके तहत मौसम की स्थिति में अप्रत्याशित बदलाव के कारण पायलट मार्ग से भटक गया और परिणामस्वरूप यह बड़ा हादसा हुआ। कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी ने कुछ सिफारिशें की हैं, जिनकी समीक्षा की जा रही है। 

इससे पहले सूत्रों के अनुसार ये कहा गया था कि जांच रिपोर्ट में इसका जिक्र है कि हेलीकॉप्टर ने पहाड़ी इलाके में घने बादलों में पहुंचने के बाद एक रेलवे लाइन के सहारे आगे बढ़ने का फैसला किया। हेलीकॉप्टर कम ऊंचाई पर उड़ रहा था और चालक दल ने लैंड करने की बजाय बादल से बाहर निकलने का फैसला किया और इस प्रक्रिया में एक चट्टान से टकरा गया। 

सूत्रों के मुताबिक चूंकि पूरा दल 'मास्टर ग्रीन' श्रेणी का था, उन्हें विश्वास था कि वे किसी भी स्थिति से बाहर निकलने में सक्षम होंगे। यही कारण भी रहा कि आपातस्थिति संबंधी कॉल भी ग्राउंड स्टेशनों पर नहीं किया गया था।  सूत्रों के अनुसार सेना के तीन बलों के विमान और हेलीकॉप्टर बेड़े में सर्वश्रेष्ठ पायलटों को 'मास्टर ग्रीन' श्रेणी दी जाती है। इनमें कम दृश्यता में भी उतर सकने या उड़ान भरने की बेहतरीन क्षमता होती है।

बता दें कि बीते वर्ष 8 दिसंबर को तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुई इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले 14 लोगों में सीडीएस जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका, उनके रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह शामिल थे। 

Web Title: Pilot’s disorientation in bad weather led to CDS Bipin Rawat chopper crash says IAF

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