पेट्रोल, डीजल के दाम 100 रुपये पर पहुंचने वाले हैं, प्रधानमंत्री को बधाई: कांग्रेस
By भाषा | Published: September 17, 2018 05:14 AM2018-09-17T05:14:47+5:302018-09-17T05:15:47+5:30
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 130 डालर प्रति बैरल तक पहुंच गये थे और उसके बावजूद पेट्रोल, डीजल के दाम नीचे थे।
नई दिल्ली, 17 सितंबर ।कांग्रेस ने रविवार को पेट्रोल, डीजल के दाम को लेकर केन्द्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुये कहा कि इनके दाम 100 रुपये पर पहुंचने वाले हैं और इसके लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी जानी चाहिये।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 130 डालर प्रति बैरल तक पहुंच गये थे और उसके बावजूद पेट्रोल, डीजल के दाम नीचे थे। लेकिन इस समय जब कच्चे तेल के दाम इसके करीब आधे स्तर पर हैं, पेट्रोल, डीजल के दाम अब तक के सबसे उच्चस्तर पर पहुंच गये हैं।
सिंघवी ने इस बारे में केन्दीय मंत्री रामदास अठावले की टिप्पणी की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी देश के लोगों के प्रति ‘‘असंवेदनशील’’ और ‘‘भद्दा मजाक’’ है।
सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पेट्रोल और डीजल के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं और अब ये 100 रुपये की तरफ बढ़ रहे हैं। मैं इनके शतक की तरफ बढ़ने के लिये प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं। यह देखना होगा कि डीजल के दाम भी कब इस आंकड़े को छूते हैं।’’
उन्होंने कहा , लगता है कि अब पेट्रोल पंप पर भी मीटर को बदलना होगा, क्योंकि वहां तीन अंकों वाला मीटर अभी तक नहीं लगाया गया है। महाराष्ट्र के दो जिलों में पेट्रोल 91-92 रुपये लीटर बिक रहा है। यह स्थिति तो तब है जब कच्चे तेल का दाम 68 डालर प्रति बैरल चल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘उनकी (अठावले) टिप्पणी भद्दा मजाक है। बढ़ते दाम को लेकर इस तरह मजाक करना बहुत ही असंवेदनशील तरीका है। मैं इसकी आलोचना ही कर सकता हूं।’’
केन्द्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री अठावले पेट्रोल, डीजल के दाम पर दिये गये बयान को लेकर लोगों के निशाने पर हैं। उन्होंने कहा था कि एक मंत्री के तौर पर पेट्रोल, डीजल के बढ़े दाम उन्हें परेशान नहीं करते हैं। अठावले ने हालांकि अपने बयान पर खेद जताया है और कहा है कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।