मोदी सरकार का बड़ा फैसला: पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस से आम आदमी को राहत, जानें पीएम ने ट्वीट कर क्या कहा
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 21, 2022 07:59 PM2022-05-21T19:59:32+5:302022-05-21T20:39:28+5:30
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के 9 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को 200 रुपये प्रति गैस सिलेंडर (12 सिलेंडर तक) की सब्सिडी देंगे। इससे हमारी माताओं और बहनों को मदद मिलेगी।
नई दिल्लीः ईंधन उत्पादों की लगातार बढ़ती कीमतों से आम जनजीवन पर पड़ रहे असर को देखते हुए सरकार ने शनिवार को पेट्रोल एवं डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में क्रमशः आठ रुपये एवं छह रुपये प्रति लीटर की कटौती करने की घोषणा की।
ईंधन की कीमतों में बड़ी कटौती की घोषणा किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के लिए जनता सबसे पहले है। मोदी ने ट्वीट किया, "हमारे लिए हमेशा लोग पहले होते हैं! आज के फैसले, विशेष रूप से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में महत्वपूर्ण कमी से संबंधित, विभिन्न क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव डालेंगे, हमारे लोगों को राहत प्रदान करेंगे और 'ईज ऑफ लिविंग' को आगे बढ़ाएंगे।"
It is always people first for us. Today’s decisions, especially the one relating to a significant drop in petrol and diesel prices will positively impact various sectors, provide relief to our citizens and further ‘Ease of Living’: PM Narendra Modi
— ANI (@ANI) May 21, 2022
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उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को प्रति सिलेंडर 200 रुपये की सब्सिडी देने के निर्णय पर भी प्रधानमंत्री ने प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "उज्ज्वला योजना ने करोड़ों भारतीयों, खासकर महिलाओं की मदद की है। उज्ज्वला सब्सिडी पर आज के फैसले से परिवार के बजट में काफी आसानी होगी।" एलपीजी सिलिंडर पर भी 200 रुपये प्रति सिलिंडर की सब्सिडी देने की घोषणा की।
"Ujjwala Yojana has helped crores of Indians, especially women. Today’s decision on Ujjwala subsidy will greatly ease family budgets," tweets PM Narendra Modi
— ANI (@ANI) May 21, 2022
उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को एक साल में 12 गैस सिलिंडरों पर यह सब्सिडी दी जाएगी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क घटाने और गैस सब्सिडी देने के इस फैसले की जानकारी दी।
पिछले कुछ महीनों में पेट्रोल एवं डीजल की कीमतें बढ़ने के अलावा रसोई गैस की कीमतें भी लगातार बढ़ी हैं। इसकी वजह से लोगों के बजट पर बुरा असर पड़ रहा था। इसको देखते हुए तमाम जानकार एवं विपक्षी दल ईंधन कीमतों में कटौती की मांग कर रहे थे।