मोदी सरकार के मंत्रियों और आरएसएस नेताओं के फोन टैपिंग के लिए पेगासस की सेवा ली! सांसद-पत्रकार बोले-आज शाम आ सकती है विस्फोटक खबर
By अभिषेक पारीक | Published: July 18, 2021 02:45 PM2021-07-18T14:45:45+5:302021-07-19T18:10:12+5:30
पेगासस फोन टैपिंग को लेकर बड़ा खुलासा हो सकता है। भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रहमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट के जरिये बताया है कि आज शाम को वाशिंगटन पोस्ट और लंदन गार्जियन भारत में पेगासस के इस्तेमाल को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित कर सकते हैं।
पेगासस फोन टैपिंग को लेकर बड़ा खुलासा हो सकता है। भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रहमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट के जरिये बताया है कि आज शाम को वाशिंगटन पोस्ट और लंदन गार्जियन भारत में पेगासस के इस्तेमाल को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित कर सकते हैं। स्वामी ने बताया है कि ऐसी खबरें हैं कि मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्रियों, आरएसएस नेताओं, सुप्रीम कोर्ट के जजों और पत्रकारों के फोन टैप करने के लिए इजरायल की फर्म पेगासस की सेवाएं ली गई हैं। उनके साथ कई राजनेताओं और पत्रकारों ने भी ऐसे ही ट्वीट किए हैं।
भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट में लिखा, 'ऐसी खबरें हैं कि आज शाम को वाशिंगटन पोस्ट और लंदन गार्जियन एक रिपोर्ट को प्रकाशित करने जा रहे हैं। जिसमें बताया गया है कि मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्रियों, आरएसएस नेताओं, सुप्रीम कोर्ट के जज और पत्रकारों के फोन टैप करने के लिए इजरायल की फर्म पेगासस की सेवाएं ली गई हैं।'
Strong rumour that this evening IST, Washington Post & London Guardian are publishing a report exposing the hiring of an Israeli firm Pegasus, for tapping phones of Modi’s Cabinet Ministers, RSS leaders, SC judges, & journalists. If I get this confirmed I will publish the list.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 18, 2021
इसके बाद तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने भी ट्वीट कर दावा किया है कि विपक्ष के कई लोगों को फोन टैपिंग का निशाना बनाया गया है। कांग्रेस के लोकसभा सांसद कार्ति चिदंबरम ने भी पेगासस का जिक्र किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि यह पेगासस विस्फोटक होने वाला है।
A little birdie tells me that Pegasus is going to be explosive.
— Karti P Chidambaram (@KartiPC) July 17, 2021
वरिष्ठ पत्रकार ने किए कई ट्वीट
वरिष्ठ पत्रकार शीला भट्ट ने शनिवार रात ट्वीट किया है कि रिपोर्ट “वास्तव में एक बड़ी स्टोरी है“ और इसमें भारत सहित मीडिया संगठनों का सहयोग शामिल है। उसने दावा किया कि रिपोर्ट रविवार को 11.59 बजे प्रकाशित की जाएगी। इसके साथ ही रविवार को उन्होंने लिखा कि आज शाम को जो साइट विस्फोटक सामग्री प्रकाशित करने जा रही है, वह एक प्रतिष्ठित भारतीय साइट है। वहीं एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि प्रकाशित होने वाली स्टोरी मानसून सत्र का पहला हफ्ता खपाने वाली है। इंतजार करते हैं और देखते हैं कि इससे किसको और कितनी चोट लगती है।
Let’s put record straight. The site that’s going to publish explosive material today evening is a reputed Indian site. One may agree or disagree with them on issues but it’s founders are bunch of classical journalists. Works on certain beliefs. Let’s not shoot the messenger.
— Sheela Bhatt शीला भट्ट (@sheela2010) July 18, 2021
2019 मे सबसे पहले चर्चा में आया मामला
साल 2019 में इजरायल द्वारा निर्मित स्पाइवेयर पेगासस चर्चा में आया था। अक्टूबर 2019 में वाट्सएप ने कहा था कि वह इजरायल की निगरानी फर्म एनएसओ पर मुकदमा कर रहा है, जो कि पेगासस की तकनीक के पीछे थी और जिसका इस्तेमाल जासूसों द्वारा दुनिया भर के 1400 उपयोगकर्ताओं के फोन को हैक करने के लिए किया गया था। इन उपयोगकर्ताओं में राजनयिक, राजनीतिक रूप से असहमति रखने वाले, पत्रकार और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल थे। निशाने पर भारतीय यूजर्स भी शामिल हैं। इसके बाद अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने बताया था कि इसमें करीब दो दर्जन भारतीय शिक्षाविद, वकील, दलित कार्यकर्ता और पत्रकारों की पेगासस के जरिये जासूसी की गई थी।
सरकार ने कहा-पेगासस का अनधिकृत उपयोग नहीं
2019 में पेगासस मामले में आरोप सामने आए, तब तत्कालीन केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संसद को बताया था कि सरकारी एजेंसियों द्वारा भारत में पेगासस का कोई अनधिकृत उपयोग नहीं किया गया था।