बीजेपी मंत्री का बयान- देशभक्त मुसलमान भाजपा को वोट देंगे, आज तक मैं वोट के लिये एक भी मुसलमान को सलाम ठोकने नहीं नहीं गया
By भाषा | Published: September 16, 2019 05:57 AM2019-09-16T05:57:03+5:302019-09-16T05:57:03+5:30
ईश्वरप्पा ने यह भी दावा किया कि शिवमोग्गा में उनके निर्वाचन क्षेत्र में 50,000 से अधिक मुस्लिम मतदाता हैं और वह कभी भी उनसे वोट मांगने नहीं गए। ईश्वरप्पा ने कहा, “मैंने उन्हें (कांग्रेस विधायकों को) कहा कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में मेरे समुदाय कुरुबा के लगभग 8,000-10,000 मतदाता है और 50,000 से अधिक मुस्लिम वोट हैं।
कर्नाटक के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री के एस ईश्वरप्पा ने रविवार को कहा कि देशभक्त मुसलमान भाजपा को वोट देंगे जबकि पाकिस्तान समर्थक ऐसा करने से हिचकिचाएंगे। ईश्वरप्पा ने लोकसभा चुनाव से पहले कहा था कि भाजपा की तरफ से मुसलमानों को टिकट नहीं दिया जाएगा।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने घोषणा की कि उनकी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार राज्य में गौकशी पर प्रतिबंध लगाएगी। ईश्वरप्पा ने कहा, "अखंड भारत हर किसी की तमन्ना है। ऐसा इसलिये नहीं हो पा रहा है क्योंकि उन्हें (राजनीतिक नेताओं का एक वर्ग को) डर है कि उन्हें मुसलमानों का वोट नहीं मिल पाएगा।"
उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा, "भाजपा के सत्ता में आने से पहले मैं कांग्रेस के कुछ विधायकों से मिला जो भाजपा में शामिल होना चाहते थे, लेकिन उनका दावा था कि उनके पास उनकी विधानसभाओं में 50 हजार से ज्यादा मुस्लिम वोट हैं और अगर वे उन्हें खो देंगे तो उन्हें हार का सामना करना पड़ सकता है, जोकि 'हिजड़ों' के व्यवहार की तरह था।"
ईश्वरप्पा ने यह भी दावा किया कि शिवमोग्गा में उनके निर्वाचन क्षेत्र में 50,000 से अधिक मुस्लिम मतदाता हैं और वह कभी भी उनसे वोट मांगने नहीं गए। ईश्वरप्पा ने कहा, “मैंने उन्हें (कांग्रेस विधायकों को) कहा कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में मेरे समुदाय कुरुबा के लगभग 8,000-10,000 मतदाता है और 50,000 से अधिक मुस्लिम वोट हैं। मैं आज तक वोट के लिये एक भी मुसलमान को सलाम ठोकने नहीं नहीं गया। मैंने 47,000 से अधिक मतों से जीत हासिल की।"
मंत्री ने कहा, "मैं यह क्यों कह रहा हूं जो पत्रकार इसे लिखें। एक राष्ट्रभक्त मुसलमान बीजेपी को वोट देगा, और जो पाकिस्तान समर्थक और राष्ट्रद्रोही हैं वे बीजेपी को वोट देने में संकोच करेंगे।" ईश्वरप्पा ने अप्रैल में लोकसभा चुनावों से पहले कहा था कि भाजपा मुसलमानों को चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं देगी क्योंकि वे पार्टी में विश्वास नहीं करते।