छोड़कर चली गई बीवी तो पति को जज साहब ने दी सलाह, पराये के साथ भाग गई पत्नी को अब भूल जाइए , दूसरी तलाशिए
By एस पी सिन्हा | Published: January 23, 2021 05:51 PM2021-01-23T17:51:24+5:302021-01-23T17:51:24+5:30
पटना हाईकोर्ट में जब जज साहब ने पीड़ित पति को दिया सलाह, कहा-"पराए के साथ भाग गई पत्नी को अब भूल जाइए, दूसरी लडकी को तलाशिए। वह अब आपकी पत्नी रही कहां?"
पटना,23 जनवरी।पटना हाईकोर्ट में सामान्यत: किसी भी मामले की सुनवाई के दौरान माहौल बडा ही गंभीर रहा करता है। लेकिन आज एक प्रेम-प्रसंग से जुडे मामले की सुनवाई के दौरान बडी ही अजीबोगरीब स्थिती उत्पन्न हो गई। दरअसल एक व्यक्ति की पत्नी किसी गैर मर्द के साथ फरार हो गई और इस मामले की सुनवाई पटना हाईकोर्ट में हो रही थी। न्यायाधीश पीके झा के न्यायकक्ष में उस समय मामले पर सुनवाई दिलचस्प बन गई, जब अभियुक्त को जमानत देते हुए न्यायाधीश पीके झा ने मुकदमा दर्ज कराने वाले हताश पति को ढाढस देते हुए कहा कि "पराए के साथ भाग गई पत्नी को अब भूल जाइए, दूसरी लडकी को तलाशिए। वह अब आपकी पत्नी रही कहां?"
प्राप्त जानकारी के अनुसार न्यायाधीश पीके झा ने यह टिप्पणी उस वक्त की जब बचाव पक्ष के वरीय अधिवक्ता वाईसी वर्मा ने दुखी पति द्वारा सीतामढी के बथनाहा थाने में दायर प्राथमिकी को पढते हुए बताया कि 25 वर्षीय नागेंद्र कुमार जायसवाल ने 30 नवंबर 17 को तान्या उर्फ मधु से शादी की थी। शादी के बाद तान्या अपने पति के साथ ससुराल नानपुर चली गई। कुछ दिनों तक ससुराल में रहने के बाद पत्नी ने पति से आगे की पढ़ाई जारी रखने की इच्छा जाहिर की।
पति नागेंद्र ने पत्नी की इच्छा पर चोट पहुंचाये बिना दरभंगा के कालिदास सूर्य देव महाविद्यालय, त्रिमोहन कॉलेज में नामांकन करा दिया। शादी से पहले तान्या पटना के गर्ल्स हॉस्टल में रहकर कॉम्पीटिशन की तैयारी करती रही थी। पूरी प्राथमिकी को विस्तार से पढ़ते हुए वरीय अधिवक्ता वर्मा ने कहा कि लॉकडाउन के बाद 22 अप्रैल से पत्नी अपने मायके बथनाहा चली आई और अपने चाचा के घर रहने लगी।
23 मई को रात्रि में वह अचानक चाचा के घर से गायब हो गई। उसके मोबाइल पर संपर्क करना चाहा किंतु हमेशा स्विच ऑफ मिला। लेकिन इतना पता चला कि वह जब पटना में पढ़ती थी तो उसके मोबाइल पर एक अनजान व्यक्ति से हमेशा बातचीत होती रहती थी। उस मोबाइल नंबर के सिम के ग्राहक का जब नाम पता की जानकारी ली तो पता चला उसका नाम राजेश कुमार है। पति ने दावा किया कि उसकी पत्नी को वहीं राजेश कुमार ले भागा है।
वहीं, न्यायाधीश पीके झा ने प्राथमिकी रूपी व्यथा सुनने के बाद वरीय अधिवक्ता से मजाकिया लहजे में कहा कि "वकील साहब विवाहित लोग आपसे भी सुरक्षित नहीं हैं। दूसरे की पत्नी को देखने और भगाने का आरोप आप पर भी लग चुका है।" ऐसे में न्यायाधीश को जवाब देते हुए वरीय अधिवक्ता वाईसी वर्मा ने कहा, हुजूर, 'सच तो यह है कि दूसरे की पत्नी को देखना किसी को खराब नहीं लगता है। कोई आमने-सामने से और कोई चोरी-छिपे दूसरे की पत्नी को देखते हैं।" इसके बाद अदालत ठहाकों से गूंज गया।