पटना एम्स के 384 डॉक्टर और नर्स कोरोना पॉजिटिव, सीएम नीतीश बोले-बिहार में 18 साल से ऊपर के लोगों को मुफ्त में वैक्सीन
By एस पी सिन्हा | Published: April 21, 2021 08:49 PM2021-04-21T20:49:28+5:302021-04-21T20:52:38+5:30
बिहार में पिछले 24 घंटे के दौरान कुल 106156 नमूनों की जांच की गयी जबकि अबतक प्रदेश में 25435956 नमूनों की जांच की जा चुकी है.
पटनाः बिहार में कोरोना संक्रमण महामारी का रूप धारण करता जा रहा है. कोरोना संक्रमण की रफ्तार चौंकाने वाली है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 18 साल से ऊपर के लोगों को मुफ्त में वैक्सीन दी जाएगी.
प्रदेश में पिछले चौबीस घंटे में अब तक के सबसे अधिक 12222 कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. 20 अप्रैल की तुलना में 1767 कोविड मरीज अधिक मिले हैं. इस तरह प्रदेश में आज औसतन 16 फीसदी अधिक मरीज मिले हैं. राजधानी पटना अभी भी कोरोना संक्रमण के लिहाज से सर्वाधिक संवदेनशील बनी हुई है. यहां एक दिन में अभी तक के सबसे अधिक 2919 मरीज मिले हैं.
इसबीच एम्स के 384 डॉक्टर और नर्स कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिससे हड़कंप मच गया है. इतनी बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद लोगों के बीच दहशत का माहौल बन गया है. इसके साथ ही पीएमसीएच में कार्यरत 70 डॉक्टर्स और 55 से ज्यादा नर्स अब तक कोरोना संक्रमित पाए गए.
अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि मंगलवार को भी 7 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव मिले थे, जिनमें से दो की स्थिति ठीक नहीं है. इसलिए उन्हें कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया. डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं. बाकि संक्रमित डॉक्टरों को आइसोलेट कर दिया गया. इस तरह राज्य में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ने के साथ ही गंभीर कोरोना मरीजों की संख्या भी बढ़ गयी है.
वर्तमान में कोरोना संक्रमितों की संख्या 60 हजार से ज्यादा हो गई है. उधर बिहार में दारोगा और इंस्पेक्टर समेत 5 पुलिसकर्मियों की मौत से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. राज्य में कोरोना वायरस वैक्सीन का दोनों डोज लेने के बावजूद भी पुलिसवाले कोरोना के प्रकोप से नहीं बच पा रहे हैं. राज्य में इस साल 202 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
बीते दिनों दारोगा और इंस्पेक्टर समेत कुल 5 पुलिसकर्मियों की मौत कोरोना से हो गई. अभी भी कई डीएसपी रैंक के अधिकारी कोरोना से जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं. वहीं, कोरोना संक्रमण से गंभीर रूप से संक्रमितों के लिए लाइफ सेविंग ड्रग्स के रूप में चर्चित रेमेडिसिवर इंजेक्शन का पटना समेत पूरे बिहार में इसकी ज़बर्दस्त किल्लत हो गई है. सरकार के लाख दावों के बाद भी इसको लेकर अभी जो परिस्थिति है, उसके मद्देनजर इस इंजेक्शन को यहां के बाजार में सुचारू रूप से उपलब्ध होने में 10 दिनों से ज्यादा समय लगेगा.
आज मिले संक्रमितों में गया में 861, सारण में 636, औरंगाबाद में 560, बेगूसराय में 587, भागलपुर में 526, पश्चिमी चंपारण में 516 , मुजफ्फरपुर में 445, पूर्णिया में 318, वैशाली में 311 , नवादा में 268 , सीवान में 263, पूर्वी चंपारण में 260, कटिहार में 249, मुंगेर में 229, नालंदा में 225,गोपालगंज में 211 , सुपौल 194, रोहतास में 174 , जमुई में 168 , मधेपुरा में 146, शेखपुरा में 144 नये मरीज मिले हैं. बिहार के अन्य जिलों में एक भी ऐसा जिला नहीं है, जहां 65 से कम मरीज नहीं मिले हैं.