संसद अपडेटः लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में समिति गठित, लोकसभा में दो से पांच मार्च तक के घटनाक्रम का अध्ययन करेगी
By भाषा | Published: March 6, 2020 01:40 PM2020-03-06T13:40:42+5:302020-03-06T13:40:42+5:30
लोकसभा में शुक्रवार को पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने जानकारी दी, ‘‘लोकसभा अध्यक्ष एक समिति का गठन करेंगे जो सदन में दो मार्च से पांच मार्च तक के सभी घटनाक्रमों की जांच कर रिपोर्ट देगी।’’ उन्होंने बताया कि समिति की अध्यक्षता लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला करेंगे जिसमें सभी दलों के प्रतिनिधि होंगे।
नई दिल्लीः संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत से लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच घटे घटनाक्रम का अध्ययन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में एक समिति करेगी।
निचले सदन में शुक्रवार को पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने जानकारी दी, ‘‘लोकसभा अध्यक्ष एक समिति का गठन करेंगे जो सदन में दो मार्च से पांच मार्च तक के सभी घटनाक्रमों की जांच कर रिपोर्ट देगी।’’ उन्होंने बताया कि समिति की अध्यक्षता लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला करेंगे जिसमें सभी दलों के प्रतिनिधि होंगे।
गौरतलब है कि संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत से दिल्ली हिंसा पर तत्काल चर्चा शुरू कराने की मांग पर अड़े कांग्रेस और अन्य विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही सुचारू तरीके से नहीं चल पा रही है।
गुरुवार को कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने हंगामे के बीच ही अध्यक्ष की पीठ से कुछ कागज उठाकर फाड़ दिये और उछाल दिये थे जिसके बाद सात कांग्रेस सदस्यों को मौजूदा सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। इन सदस्यों में गौरव गोगोई, टी एन प्रतापन, डीन कुरियाकोस, राजमोहन उन्नीथन, बैनी बहनान, मणिकम टेगोर और गुरजीत सिंह औजला शामिल हैं।
वहीं, शुक्रवार को कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी सहित कुछ विपक्षी दलों ने अध्यक्ष से कांग्रेस के सात सदस्यों के निलंबन के निर्णय पर पुनर्विचार करने की अपील की। वहीं सरकार ने कहा कि इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष का निर्णय मान्य होगा।