संसद सत्र 2019: विपक्ष हुआ एकजुट, मोदी के संख्याबल के आगे नहीं झुकेगा
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 19, 2019 07:31 AM2019-06-19T07:31:54+5:302019-06-19T07:31:54+5:30
विपक्षी दल सदन में मोदी सरकार के संख्याबल के समक्ष नहीं झुकेगा और जन मानस से जुड़े प्रत्येक मुद्दे को पूरी शक्ति से उठाएगा. यह फैसला सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में लिया गया. उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार बैठक में तीन मुद्दों पर विचार किया गया, जिनमें लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव, उपाध्यक्ष का चुनाव और एक राष्ट्र एक चुनाव मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई बैठक में विपक्ष की रणनीति शामिल थे.
समूचे विपक्ष ने लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव पर सरकार के साथ सहयोग करने का फैसला लिया. वहीं उपाध्यक्ष के चयन पर फैसले को तब तक लंबित रखने का निर्णय लिया गया जब तक सत्तारूढ़ दल की ओर से उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं कर दी जाती. एक देश-एक चुनाव मुद्दे पर सभी दलों की राय थी कि समूचा विपक्ष एक बार फिर से इस मुद्दे पर चर्चा करे और बैठक में जाने से पहले साझा रणनीति बनाकर शामिल हो. नतीजा बैठक में विपक्षी दल किसी अंतिम निर्णय पर नहीं पहुंच सके अब बुधवार सुबह एक बार फिर विपक्षी दलों की बैठक होगी, जिसमें फैसला किया जाएगा कि सरकार के सुझाव पर विपक्ष की क्या राय हो.
प्राप्त संकेतों के अनुसार कांग्रेस सहित समूचा विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी के एक देश-एक चुनाव के प्रस्ताव पर विरोध करने का फैसला करने का मन बना रहा हैै. मंगलवार की बैठक में जिन नेताओं ने हिस्सा लिया उनमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अधीर रंजन चौधरी, के. सुरेश (सभी कांग्रेस से), द्रमुक से टी.आर.बालू, कनीमोझी, राकांपा से सुप्रिया सुले, नेशलन कान्फ्रेंस से फारुख अब्दुल्लाह, आरएसपी के एन.के. प्रेमचंद्रन, वीसीके के टी. थोल, आईयूएमएल के कुनालकुट्टी, केसीएम के थॉमस चेझीकदन सहित अन्य दलों के नेता शामिल थे.