Parliament Monsoon Session: संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से 12 अगस्त के बीच, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव होने की संभावना!
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 14, 2022 05:44 PM2022-06-14T17:44:14+5:302022-06-14T17:48:28+5:30
Parliament Monsoon Session: संसद के मॉनसून सत्र के जुलाई के तीसरे हफ्ते में शुरू होने और अगस्त के दूसरे हफ्ते तक चलने की संभावना है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
Parliament Monsoon Session: संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से 12 अगस्त के बीच होने की संभावना है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति ने सिफारिश की है। शीर्ष सूत्रों के अनुसार मानसून सत्र 18 जुलाई से 12 अगस्त, 2022 के बीच आयोजित किया जा सकता है।
Parliament's Monsoon Session likely to commence from July 18: Sources
— ANI Digital (@ani_digital) June 14, 2022
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आगामी सत्र में 17 कार्य दिवस होने की संभावना है। सत्र के दौरान, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव होने की संभावना है। भारत के चुनाव आयोग ने जहां राष्ट्रपति चुनावों की घोषणा की है, वहीं उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए अभी तक कोई आधिकारिक कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया है।
राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को होंगे और परिणाम 21 जुलाई को घोषित किए जाएंगे। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त होगा। कम से कम 4 विधेयकों सहित कई विधेयक जिन्हें पिछले दिनों संसदीय जांच के लिए भेजा गया था। बजट सत्र को मानसून सत्र में पारित कराने के लिए लाया जाएगा।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए फॉर्म बुधवार से संसद में उपलब्ध होंगे। जो कोई भी चुनाव लड़ना चाहता है, उसे प्रस्तावक और समर्थक के रूप में 50 निर्वाचित प्रतिनिधियों की आवश्यकता होती है। उम्मीदवार को 15,000 रुपये की जमानत राशि जमा करनी होगी। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के उत्तराधिकारी का चुनाव करने के लिए सांसदों और विधायकों को मिलाकर 4,809 मतदाता मतदान के पात्र हैं।
राज्यसभा सचिवालय ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रकोष्ठ स्थापित किया
राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया बुधवार से शुरू होगी और राज्यसभा सचिवालय ने मतदान के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ का गठन किया है। राज्यसभा के महासचिव पी. सी. मोदी को 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया गया है। वह इस प्रकोष्ठ के प्रमुख भी होंगे।
निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन करते हुए स्थापित किए गए इस प्रकोष्ठ में राज्यसभा सचिवालय के ‘टेबल ऑफिस’ के लगभग सभी अधिकारी शामिल हैं। विशेष कार्य अधिकारी मुकुल पांडे और राज्यसभा सचिवालय में संयुक्त सचिव सुरेंद्र कुमार त्रिपाठी - चुनाव के लिए दोनों सहायक निर्वाचन अधिकारी - भी इस प्रकोष्ठ का हिस्सा हैं।
नामांकन पत्र केवल संसद भवन में उपलब्ध होंगे इसलिए प्रकोष्ठ फॉर्म मांगने वालों और नामांकन दाखिल करने वालों के लिए बाधा रहित प्रक्रिया सुनिश्चित करेगा। राज्यसभा और लोकसभा दोनों सचिवालयों के अधिकारी, जो मतगणना प्रक्रिया का हिस्सा होंगे, निर्वाचन आयोग से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।