लॉकडाउन में पारले-जी बिस्किट की हुई रिकॉर्ड बिक्री, पिछले साल संकट में थी कंपनी
By भाषा | Published: June 10, 2020 02:34 AM2020-06-10T02:34:19+5:302020-06-10T02:34:19+5:30
पिछले साल अगस्त में एक रिपोर्ट आई थी जिसमें पारले-जी की डिमांड घटने की बात कही गई थी, खासकर 5 रुपये वाले पैकेट की बिक्री घटने का जिक्र किया गया था।
नयी दिल्ली: कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के दौरान अप्रैल और मई में पारले-जी बिस्किट की रिकॉर्ड बिक्री हुई है। पारले प्रोडक्ट्स के एक वरिष्ठ अधिकारी मयंक शाह ने बताया कि महामारी के दौरान खाद्य राहत पैकेट बांटने वाले एनजीओ और सरकारी एजेंसियों ने भी पारले-जी बिस्किट को तरजीह दी क्योंकि यह किफायती है और दो रुपये में भी मिलता है। साथ में यह ग्लूकोज का अच्छा स्रोत है।
उन्होंने बताया कि वृद्धि जबर्दस्त थी और इसके नतीजतन लॉकडाउन के दौरान बाजार में पारले की हिस्सेदारी में 4.5 से पांच फीसदी की वृद्धि हुयी। शाह ने बताया कि बीते 30-40 साल में हमने ऐसी वृद्धि नहीं देखी। उन्होंने बताया कि पहले आई सुनामी और भूकंप जैसे संकटों के दौरान भी पारले- जी की बिक्री बढ़ी थी।
पारले-जी का शानदार कारोबार
वहीं, इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक मार्च, अप्रैल और मई में पारले-जी का शानदार कारोबार रहा है। इस दौरान पारले-जी बिस्किट की इतनी अधिक बिक्री हुई है कि पिछले 82 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है। हालांकि, पारले कंपनी ने बिक्री के आंकड़े नहीं बताए हैं।
10 महीने पहले संकट में थी कंपनी
हालांकि पिछले साल अगस्त में एक रिपोर्ट आई थी जिसमें पारले-जी की डिमांड घटने की बात कही गई थी, खासकर 5 रुपये वाले पैकेट की बिक्री घटने का जिक्र किया गया था। उस रिपोर्ट में कहा गया था कि पारले प्रोडक्ट्स की मांग में सुस्ती की वजह से 8,000-10,000 लोगों की छंटनी करनी पड़ सकती है। कंपनी ने सरकार ने मदद मांगी थी।