Paris Paralympics: प्रवीण कुमार ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में पुरुषों की ऊंची कूद टी64 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। टोक्यो खेलों के रजत पदक विजेता कुमार ने शुक्रवार को पेरिस पैरालंपिक में पुरुषों की ऊंची कूद टी64 स्पर्धा में एशियाई रिकॉर्ड तोड़कर स्वर्ण पदक जीत लिया। छोटे पैर के साथ पैदा हुए प्रवीण (21 साल) ने छह खिलाड़ियों में 2.08 मीटर से सत्र की सर्वश्रेष्ठ कूद लगाई और शीर्ष स्थान हासिल किया। 2021 में टोक्यो में 2.07 मीटर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके रजत पदक जीता था। वह शरद कुमार और मरियप्पन थगावेलु के बाद पेरिस में पदक हासिल करने वाले तीसरे हाई जंपर बन गए।
पुरुषों की ऊंची कूद टी63 स्पर्धा में शरद ने रजत, जबकि मरियप्पन ने कांस्य पदक जीता। भारत ने पेरिस में अब तक 26 पदक जीते हैं। छह स्वर्ण, नौ रजत और 11 कांस्य हैं। प्रवीण की जीत के बाद देश ने अपने टोक्यो स्वर्ण पदक की संख्या पांच को पीछे छोड़ दिया है।
अमेरिका के डेरेक लोकिडेंट ने 2.06 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ रजत पदक जीता जबकि उज्बेकिस्तान के टेमुरबेक गियाजोव ने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 2.03 मीटर से तीसरा स्थान हासिल किया। टी64 में वो एथलीट हिस्सा लेते हैं जिनके एक पैर के निचले हिस्से में मामूली रूप से मूवमेंट कम होता है या घुटने के नीचे एक या दोनों पैर नहीं होते।
शौर्य सैनी ने विश्व बधिर चैम्पियनशिप के रिकॉर्ड के साथ 50 मीटर राइफल 3पी में स्वर्ण पदक जीता
शौर्य सैनी ने शुक्रवार को यहां पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन स्पर्धा में 452.4 के स्कोर के साथ विश्व बधिर चैम्पियनशिप का रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। सैनी ने क्वालीफिकेशन दौर में 580 से फाइनल में प्रवेश किया। पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में रजत जीतने के बाद यह सैनी का प्रतियोगिता में दूसरा पदक है।
अन्य भारतीयों में कुशाग्र सिंह ने फाइनल में चौथा स्थान हासिल किया। चेतन हनमंत सपकाल ने पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता जिससे भारत के पदकों की संख्या 17 (पांच स्वर्ण, सात रजत और पांच कांस्य) हो गई है। चेतन ने 534 अंक से कांस्य पदक जीता जिससे वह यूक्रेन के सेरही ओहोरडनिक और ओलेक्सांद्र कोलोडी से पीछे रहे जिन्होंने क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक जीते।