नागपुर में नाबालिग आरोपियों की परेड का मामला, थानेदार-एपीआई सहित सात पर FIR
By फहीम ख़ान | Published: October 10, 2020 06:50 AM2020-10-10T06:50:35+5:302020-10-10T06:50:35+5:30
नाबालिग आरोपियों के पेशेवर होने से पुलिस ने चंद घंटों में ही उन्हें पकड़ लिया. 23 सितंबर की सुबह नाबालिगों को पुलिस दल द्वारा अर्ध नग्न अवस्था में ले जाने की वीडियो क्लिपिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो गई.
नागपुर: नाबालिग आरोपियों की अर्ध नग्न परेड निकालने के प्रकरण में नागपुर के जरीपटका के थानेदार खुशाल तिजारे और एपीआई धुमाल सहित सात पुलिस कर्मियों के खिलाफ बाल न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस कार्रवाई से शहर पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है.
ज्ञात हो कि यह घटना 23 सितंबर को हुई थी. जरीपटका के एक नाबालिग अपराधी का बार मैनेजर से विवाद हुआ था. इससे आहत होकर नाबालिग ने अपने हमउम्र साथियों के साथ श्रेयस की हत्या की योजना बनाई. वह 22 सितंबर की रात हथियार से लैस होकर बार में पहुंचे. बार में चहल-पहल होने से उन्हें रंगे हाथ पकड़े जाने का खतरा नजर आया.
उन्होंने बार में तोड़फोड़ कर काउंटर से 7 हजार रुपए लूट लिए. नाबालिग आरोपियों के पेशेवर होने से पुलिस ने चंद घंटों में ही उन्हें पकड़ लिया. 23 सितंबर की सुबह नाबालिगों को पुलिस दल द्वारा अर्ध नग्न अवस्था में ले जाने की वीडियो क्लिपिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो गई.
जिससे खलबली मच गई. पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने एसीपी पी.एम. कार्यकर्ते को उसी दिन इस प्रकरण की जांच सौंप दी थी और ये कहा था कि इस मामले में उनकी रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई जरूर की जाएगी.
एसीपी की रिपोर्ट आने के बाद गुरुवार की देर रात थानेदार खुशाल तिजारे सहित सात पुलिस अधिकारी और कर्मियों पर बाल न्याय अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया. उल्लेखनीय है कि तिजारे इसी माह सेवानिवृत्त होने वाले हैं.