कोविड-19 टीका पर विशेषज्ञ समिति की बुधवार को बैठक, खरीद और प्राथमिकता समूह पर होगी चर्चा
By भाषा | Published: August 11, 2020 11:40 PM2020-08-11T23:40:58+5:302020-08-11T23:40:58+5:30
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि टीका प्रबंधन पर बनी समिति राज्य सरकारों एवं टीका निर्माताओं समेत सभी हितधारकों के साथ बातचीत करेगी।
नई दिल्ली। कोविड-19 टीके की खरीद एवं प्राथमिकता वाले समूहों को इसे लगाने के नैतिक पहलुओं पर विचार करने के लिए नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल की अध्यक्षता वाली विशेषज्ञ समिति बुधवार को बैठक करेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि टीका प्रबंधन पर बनी समिति राज्य सरकारों एवं टीका निर्माताओं समेत सभी हितधारकों के साथ बातचीत करेगी। उपयुक्त टीके के चयन, उसकी खरीद और उसके वितरण तथा उन्हें प्राथमिकता वाले समूहों को लगाने के विषय पर समिति चर्चा करेगी।
मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यह कोल्ड चेन और वस्तुसूची, टीका खरीदने के लिये संसाधनों का इंतजाम और समता के मुद्दे पर भी गौर करेगी। यह विशेषज्ञ समूह सभी राज्य सरकारों और भारत में टीका विनिर्माताओं के साथ अपनी बातचीत जारी रखेगा।’’
उन्होंने कोविड-19 का टीका रूस से खरीदने के सिलसिले में भारत की कोई योजना होने के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में यह कहा। दरअसल, रूस ने कोरोना वायरस का टीका विकसित करने का दावा किया है। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार कम से कम प्रथम छह महीने में जरूरत पड़ने वाली खुराक का अनुमान लगाया है, भूषण ने कहा कि ये मुद्दे कुछ समय से स्वास्थ्य मंत्रालय के ध्यान में हैं।
उन्होंने कहा , ‘‘हमने काफी संख्या में हितधारकों से मशविरा किया है और कुछ अनुमान भी लगा चुके हैं लेकिन अभी आपके साथ उसे साझा करना जल्दबाजी होगी। ’’ मंत्रालय ने ट्वीट किया, “नीति आयोग के सदस्य, डॉ वी के पॉल की अध्यक्षता में टीका प्रशासन पर विशेषज्ञ समिति कोविड-19 टीके की खरीद एवं प्रबंधन तथा इसे लगाने के नैतिक पहलुओं पर विचार करने के लिए 12 अगस्त को बैठक करेगी।”
उल्लेखनीय है कि भारत में भी कोविड-19 के तीन टीके मानव पर परीक्षण के विभिन्न चरणों में हैं। भूषण ने कहा कि उनमें से दो के मानव पर क्लीनिकल परीक्षण का प्रथम और द्वितीय चरण जारी है। इनमें से एक टीका भारत बायोटेक ने आईसीएमआर के साथ मिलकर, जबकि दूसरा जाइडस कैडिला लिमिटेड ने विकसित किया है। पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित कोविड-19 के संभावित टीके के दूसरे और तीसरे चरण का मानव पर क्लीनिकल परीक्षण करने की अनुमति दी गई है।
सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा है कि उसने अंतरराष्ट्रीय टीका गठजोड़ गावी और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ एक नयी साझेदारी की है, ताकि भारत और अन्य निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों के लिये टीके की 10 करोड़ खुराक की आपूर्ति हो सके। स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 22,68,675 हो गए हैं जबकि मृतक संख्या 45,257 हो गई है।