आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान पोल खोल अभियान?, रूस, जापान, यूएई में शीर्ष अधिकारियों से मिले भारतीय प्रतिनिधिमंडल, ऐसे किया उजागर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 24, 2025 04:01 IST2025-05-24T04:00:47+5:302025-05-24T04:01:26+5:30
तीन यूरोपीय देशों की यात्रा कर रहे विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “टीम इंडिया आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक मजबूत और एकीकृत संदेश भेजती है।”

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नई दिल्लीः भारत के बहुदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों ने शुक्रवार को रूस, जापान और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख से अवगत कराया तथा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद आतंकवाद से लड़ाई और कट्टरपंथ से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर विचारों का आदान-प्रदान किया। तीन यूरोपीय देशों की यात्रा कर रहे विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “टीम इंडिया आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक मजबूत और एकीकृत संदेश भेजती है।”
भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पहलगाम हमले में पाकिस्तान की भूमिका और आतंकवाद के खिलाफ नयी दिल्ली की कतई बर्दाश्त न करने की नीति से अवगत कराने के लिए 33 देशों की राजधानियों में सात बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया है। द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सांसद कनिमोई के नेृतृत्व में एक बहुदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने मॉस्को में रूस के उप विदेश मंत्री आंद्रे रुदेंको से मुलाकात की। वहीं, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) सांसद संजय झा के नेतृत्व वाले बहुदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने तोक्यो स्थित भारतीय दूतावास में एक “केंद्रित और जीवंत” प्रेस वार्ता आयोजित की।
दूतावास ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “प्रेस वार्ता में सांसदों ने जापानी मीडिया को सीमा पार से होने वाले हमलों के खिलाफ भारत के दृढ़ एवं एकीकृत रुख, आतंकवाद के खिलाफ कतई बर्दाश्त न करने की नीति और राष्ट्रीय हित से जुड़े सभी मामलों में सभी दलों के एकजुट रहने के संकल्प के बारे में जानकारी दी।”
अबु धाबी में शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व वाले संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने यूएई के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की और आतंकवाद एवं कट्टरपंथ से निपटने में भारत-यूएई सहयोग को आगे बढ़ाने पर विचारों का आदान-प्रदान किया। अबु धाबी स्थित भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने यूएई में सद्भाव, सहिष्णुता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का मजबूत संदेश भेजा, जो भारत और यूएई के साझा मूल्यों में शामिल है।”
पोस्ट के मुताबिक, प्रतिनिधिमंडल ने शेख जायद ग्रैंड मस्जिद का दौरा किया, बीएपीएस हिंदू मंदिर में दर्शन किए और गुरु नानक दरबार गुरुद्वारा में मत्था टेका। इसमें कहा गया है कि बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल ने अनवर गरगाश डिप्लोमैटिक अकादमी के महानिदेशक निकोले म्लादेनोव से मुलाकात की और “आतंकवाद एवं कट्टरपंथ के खिलाफ लड़ाई में भारत-यूएई सहयोग को आगे बढ़ाने पर विचारों का आदान-प्रदान किया।” इससे पहले, मॉस्को में भारतीय सांसदों ने रूसी फेडरेशन एसेंबली (संसद) के सर्वदलीय सदस्यों के साथ एक बैठक में विचारों का विस्तृत आदान-प्रदान किया, जिसका नेतृत्व ‘ड्यूमा’ (रूसी संसद का निचला सदन) के अंतरराष्ट्रीय मामलों की समिति के अध्यक्ष और लिबरल-डेमोक्रेटिक पार्टी के लियोनिद स्लटस्की ने किया।
रूस स्थित भारतीय दूतावास की ओर से जारी एक पोस्ट में कहा गया कि प्रतिनिधिमंडल ने अंतरराष्ट्रीय मामलों की समिति के प्रथम उपाध्यक्ष आंद्रेई डेनिसोव और रूसी संघ की फेडरेशन काउंसिल के अन्य सीनेटर से भी मुलाकात की। पोस्ट में कहा गया है, ‘‘रूसी पक्ष ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की और कहा कि रूस सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद के उन्मूलन के लिए भारत के साथ एकजुटता से खड़ा है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में रूस और भारत की स्थिति साझा है। रूस और भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ हैं।’’
वहीं, तोक्यो में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने जापान की सत्तारूढ़ ‘लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी’ के सदस्यों से मुलाकात की और उन्हें आतंकवाद के खिलाफ भारत के एकीकृत एवं दृढ़ रुख की जानकारी दी। तोक्यो स्थित भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के आतंकवाद-रोधी अनुसंधान समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष एवं पूर्व न्याय मंत्री यासुहिरो हनाशी से मुलाकात की। आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ भारत के एकीकृत और दृढ़ रुख पर प्रकाश डाला गया।
दोनों पक्षों ने आतंकवाद के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने संबंधी दृष्टिकोण को दोहराया।’’ पोस्ट के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल ने जापान के पूर्व रक्षा मंत्री मिनोरू किहारा और लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के अंतरराष्ट्रीय ब्यूरो के महानिदेशक शिनाको त्सुचिया के साथ भी सार्थक बातचीत की।
इसमें कहा गया है, ‘‘आतंकवाद के हर स्वरूप से लड़ने का भारत का दृढ़ संकल्प दोहराया गया।’’ प्रतिनिधिमंडल ने बृहस्पतिवार को जापान के विदेश मंत्री ताकेशी इवाया से मुलाकात की थी। जापानी विदेश मंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में जापान के समर्थन को दोहराया था और भारतीय पक्ष द्वारा बरते गए संयम की सराहना की थी।