पाकिस्तानी सेना ने फिर तेज की भारत में घुसपैठ बढ़ाने की कोशिश, सीमा के पास तैयार किए कई ‘लांचिंग पैड'
By सुरेश एस डुग्गर | Published: July 4, 2021 11:37 AM2021-07-04T11:37:05+5:302021-07-04T11:40:20+5:30
पाकिस्तान की सेना की साजिश के बारे में बताते हुए एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान ने एक षडंयत्र के तहत अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ सटे क्षेत्रों में नागरिकों को बसाना शुरू कर दिया है।
जम्मू: जम्मू संभाग में आतंकवादी गतिविधियों को तेज करने तथा ज्यादा से ज्यादा घुसपैठ करवाने के लिए पाकिस्तान ने अब अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट नये नये ‘लांचिंग पैड’ बनाना शुरू कर दिया है। घुसपैठियों को संरक्षण देने तथा दूसरी सुविधायें उपलब्ध करवाने के लिए पाकिस्तानी अधिकारियों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा के बिल्कुल साथ सटे इलाकों में नागरिकों को बसाना शुरू कर दिया है।
रक्षा सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान ने जम्मू संभाग के साम्बा तथा हीरानगर सेक्टर के साथ नये नये ‘लांचिंग पैड’ बना दिये है। सूत्रों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ सटे जफरबाल, रूपोचक्क, शक्कर गढ़, लेहरी कलां, बोई ब्रहम्ण, सुखमाल, लबरयाल, अभीयाल डंुगर तथा दूसरे इलाकों में नये ‘लांचिंग पैड’ बनाये हैं।
इन क्षेत्रों में भारी संख्या में प्रशिक्षित आतंकी डेरा डाले हुये हैं तथा यह आतंकी भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने के लिए मौके की तलाश में हैं। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि साम्बा तथा हीरानगर के साथ लगते इलाकों की भौगौलिक स्थिति का लाभ उठाकर पाकिस्तान अधिकारी इन क्षेत्रों में घुसपैठ करवाते रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि हथियारों के प्रशिक्षण के लिए युवकों को एलओसी से पाकिस्तानी क्षेत्र में घुसपैठ करवाई जाती है तथा उनको प्रशिक्षण के बाद साम्बा तथा हीरानगर क्षेत्र से भारतीय क्षेत्र में भेजा जाता है। हथियारों का प्रशिक्षण देने के बाद इन आतंकियों को अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ सटे इलाकों में नागरिकों के रूप में बसाया जाता है जहां यह आतंकी कुछ समय तक रह कर भारतीय क्षे़त्र में घुसपैठ करते हैं।
एक सैनिक अधिकारी ने बताया कि यह आतंकी साम्बा तथा हीरानगर सेक्टर से घुसपैठ कर डोडा जिले में प्रवेश करते हैं।
आतंकियों की घुसपैठ का ब्यौरा देते हुये सैनिक अधिकारी ने बताया कि यह आतंकी बसंतगढ़ तथा रामनगर क्षेत्र से घुसपैठ कर डोडा में प्रवेश करते हैं। पाकिस्तानी षड़यंत्र का ब्यौरा देते हुए इस अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान ने एक षडंयत्र के तहत अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ सटे क्षेत्रों में नागरिकों को बसाना शुरू कर दिया है।
पिछले करीब 18 महीनों से पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा के निकट करीब एक लाख की आबादी को बसाया है।
नागरिकों को सीमा के बिल्कुल साथ बसाने का एक मात्र उद्देश्य इन क्षेत्रों से हथियारों से प्रशिक्षित आतंकिदयों को ठहराना है। यही नहीं नागरिकों के रूप में आतंकियों को किसान बना कर अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास खेती के लिये भेजा जाता है जहां पहुंच कर यह आतंकी भारतीय क्षेत्र में चल रही गतिविधियों पर नजर रखते हैं।