जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने पर बौखलाया पाकिस्तान, इमरान खान ने की अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से की टेलीफोन पर बात
By भाषा | Published: August 16, 2019 08:46 PM2019-08-16T20:46:53+5:302019-08-16T20:46:53+5:30
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चीन की मांग पर जम्मू-कश्मीर मुद्दे को लेकर बैठक शुरू हो गई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कश्मीर को लेकर रूस भारत के पक्ष में है, वहीं रूस ने कश्मीर को लेकर सिर्फ द्विपक्षीय बातचीत का समर्थन किया है। दरअसल, हाल ही में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्मीर मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से शुक्रवार को टेलीफोन पर बात की। पाकिस्तान की सरकारी मीडिया ने यह खबर दी है। रेडियो पाकिस्तान की खबर के मुताबिक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि खान ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में हो रही सुरक्षा परिषद की बैठक को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति को भरोसे में लिया है। इस बैठक में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा हो रही है।
कुरैशी ने कहा, “प्रधानमंत्री खान ने कश्मीर के ताजा घटनाक्रम और क्षेत्रीय शांति पर इसके खतरे के संबंध में पाकिस्तान की चिंता से अवगत करा दिया है।” विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच दोस्ताना माहौल में बातचीत हुई। दोनों ने कश्मीर मुद्दे पर संपर्क में रहने पर भी सहमति जताई है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चीन की मांग पर जम्मू-कश्मीर मुद्दे को लेकर बैठक शुरू हो गई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कश्मीर को लेकर रूस भारत के पक्ष में है, वहीं रूस ने कश्मीर को लेकर सिर्फ द्विपक्षीय बातचीत का समर्थन किया है। दरअसल, हाल ही में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। वहीं पाकिस्तान यूएनएससी में लगातार जम्मू कश्मीर के मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहा है।
पाकिस्तान के करीबी सहयोगी चीन ने परिषद में ‘‘बंद कमरे में विचार-विमर्श’’ करने के लिए कहा था। संयुक्त राष्ट्र के एक राजनयिक ने पीटीआई-भाषा को बताया था कि चीन ने सुरक्षा परिषद की कार्यसूची में शामिल ‘भारत पाकिस्तान प्रश्न’ पर बंद कमरे में विचार-विमर्श करने के लिए कहा था।
राजनयिक ने कहा, ‘‘यह अनुरोध सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष को पाकिस्तान के पत्र के संदर्भ में था।’’ परिषद की कार्यावली में कहा गया है ‘‘भारत/पाकिस्तान पर सुरक्षा परिषद का विचार विमर्श (बंद कमरे में) प्रात: दस बजे सूचीबद्ध है।’’ उल्लेखनीय है कि बंद कमरे में बैठकों का ब्यौरा सार्वजनिक नहीं होता और इसमें बयानों का शब्दश: रिकॉर्ड नहीं रखा जाता। विचार-विमर्श सुरक्षा परिषद के सदस्यों की अनौपचारिक बैठकें होती हैं।
संयुक्त राष्ट्र के रिकॉर्ड के मुताबिक, आखिरी बार सुरक्षा परिषद ने 1964-65 में ‘भारत-पाकिस्तान प्रश्न’ के एजेंडा के तहत जम्मू कश्मीर के क्षेत्र को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद पर चर्चा की थी। हाल में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि उनके देश ने, जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के भारत के फैसले पर चर्चा के लिए सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने की औपचारिक मांग की थी।