पाक ने विदेशी राजनयिकों को LOC का दौरा करवाया, भारतीय अफसर नहीं गए, सेना ने कहा- हमने आतंकवादी शिविरों को नष्ट किया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 22, 2019 04:47 PM2019-10-22T16:47:03+5:302019-10-22T16:47:03+5:30
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने रविवार को कहा था कि जम्मू-कश्मीर के तंगधार और केरान सेक्टर में भारतीय सेना की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना के छह से 10 सैनिक मारे गए और तीन आतंकवादी शिविर नष्ट किए गए।
पाकिस्तान ने मंगलवार को कहा कि नियंत्रण रेखा के साथ लगने वाले सेक्टरों के दौरे पर गए कुछ विदेशी राजनयिकों के साथ भारतीय अधिकारी नहीं गए, वहीं भारतीय सेना ने तीन आतंकवादी शिविरों को नष्ट करने का दावा किया है।
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने रविवार को कहा था कि जम्मू-कश्मीर के तंगधार और केरान सेक्टर में भारतीय सेना की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना के छह से 10 सैनिक मारे गए और तीन आतंकवादी शिविर नष्ट किए गए।
उन्होंने कहा था कि भारतीय बलों की कार्रवाई में एक अन्य आतंकी शिविर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और जवाबी कार्रवाई से नियंत्रण रेखा के पास आतंकवादी ढांचों को काफी नुकसान पहुंचा. वहीं पाकिस्तानी सेना ने रविवार को कहा था कि भारत अपने दावे को ''साबित'' करने के लिए कथित आतंकी शिविरों तक किसी विदेशी राजनयिक या मीडिया को ले जा सकता है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि इस्लामाबाद में विभिन्न विदेशी दूतावास के राजनयिक जुरा और शाहकोट सेक्टर का दौरा कर रहे हैं। फैसल ने कहा, भारत की तरफ से कोई भी एलओसी के इस दौरे में शामिल नहीं हुआ और न ही उन्होंने कथित 'लांचपैड' को चिह्नित करने वाले कोई संकेत दिए। उन्होंने कहा कि, भारतीय सेना प्रमुख के दावे महज 'दावे' हैं. एलओसी का दौरा कर रहे राजनयिकों के साथ पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल भी मौजूद हैं।