चंद्रपुर में दर्दनाक हादसाः ट्रेन की चपेट में आने से तीन बाघ शावकों की मौत
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 16, 2018 01:07 AM2018-11-16T01:07:08+5:302018-11-16T01:07:08+5:30
मामला-लोहारा वनपरिक्षेत्र के बीच से गुजरने वाले रेल ट्रैक पर हुआ हादसा
चंद्रपुर-गोंदिया पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आने से बाघ के 6 से 8 माह के तीन शावकों की मौत हो गई. इसमें एक नर तथा एक मादा शावक है. यह घटना वन विकास निगम के मामला तथा जुनोना वन परिक्षेत्र के बीच से गुजरने वाले बल्लारशाह-गोंदिया रेलवे ट्रैक पर लोहारा गांव से करीब 5 किलोमीटर दूरी पर गुरुवार की सुबह 7.30 बजे उजागर हुई. चंद्रपुर-गोंदिया पैसेंजर ट्रेन के चालक ने केलझर स्टेशन पर पहुंचने के बाद मामले से वन विभाग को अवगत करवाया. हालांकि घटना दिन की है अथवा रात की यह साफ नहीं हो सका.
चंद्रपुर-गोंदिया पैसेंजर ट्रेन गुरुवार की सुबह 6.30 बजे चांदा फोर्ट से गोंदिया के लिए रवाना हुई. जब ट्रेन घटनास्थल के पास से गुजर रही थी तब चालक को ट्रैक पर बाघ के दो शावक मृत दिखाई दिए. ट्रेन की गति ज्यादा होने से उसने ट्रेन नहीं रोकी. हालांकि वन विकास निगम का कहना है कि यह घटना उसी ट्रेन से हुई है. पोस्टमार्टम करने वाले पशु चिकित्सक ने शावकों की मौत का समय सुबह 6.30 से 7.30 के बीच का ही बताया है.
मिलते ही चंद्रपुर के मुख्य वन संरक्षक एस.वी. रामाराव, वन विकास निगम के महाप्रबंधक ऋषिकेश रंजन, चंद्रपुर के विभागीय वन अधिकारी अशोक सोनकुसरे, मामला तथा लोहारा के वन परिक्षेत्र अधिकारी ने कर्मचारियों के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर पंचनामा किया.
घटना स्थल पर एक बाघ शावक का पैर भी पड़ा था. जो मृत शावकों के साथ मेल नहीं खा रहा था. पशु चिकित्सक अधिकारियों के निर्देश पर तलाशी अभियान शुरू किया गया तो दोपहर बाद घटनास्थल से करीब 500 मीटर की दूरी पर एक अन्य बाघ शावक मृत अवस्था में मिला. लेकिन उसका सिर गायब था. देर शाम तक उसे बरामद नहीं किया गया था.
एफडीसीएम के महाप्रबंधक ऋषिकेश रंजन ने बताया कि उसे घसीट कर दूर ले जाया गया था. जिससे उसके सिर के अव्यय बिखर गए थे. संभवत: जख्मी अवस्था में बाघिन उसे घसीट कर ले गई हो. पोस्टमार्टम के बाद तीनों शावकों का अंतिम संस्कार कर दिया गया.