Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में नृशंस आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक हुई थी, जिसमें इस कायरतापूर्ण हमले के प्रति भारत के जवाबी कदमों को अंतिम रूप दिया गया तथा सुरक्षा बलों को ‘‘उच्च सतर्कता’’ बनाए रखने का निर्देश दिया गया। भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए उसके साथ राजनयिक संबंधों में व्यापक कटौती, छह दशक से ज्यादा पुरानी सिंधु जल संधि स्थगित करने और अटारी चौकी को बंद किए जाने समेत कई फैसले किए थे। पहलगाम हमले के मद्देनजर बीएसएफ पंजाब में भारत-पाक सीमा पर अटारी, हुसैनीवाला और सादकी में रिट्रीट समारोह का आयोजन लघु स्तर पर करेगी। बीएसएफ ने पाक रेंजर्स के साथ प्रतीकात्मक रूप से हाथ मिलाने की रस्म को स्थगित किया, भारत-पाक सीमा पर रिट्रीट समारोह के दौरान सीमा द्वार बंद रहेंगे।
गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को यहां राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। यह बैठक जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर हुई। इस हमले में 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।
राष्ट्रपति भवन ने बैठक की एक तस्वीर साझा करते हुए ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।’’ भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर इस्लामाबाद के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के तहत बृहस्पतिवार को पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की घोषणा की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को जारी सभी मौजूदा वैध वीजा 27 अप्रैल से रद्द कर दिए गए हैं।
इसने कहा कि पाकिस्तानी नागरिकों को जारी मेडिकल वीजा केवल 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा अवधि समाप्त होने से पहले देश छोड़ देना चाहिए। इसने भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान की यात्रा करने से बचने का परामर्श दिया और पाकिस्तान में मौजूद लोगों को जल्द से जल्द स्वदेश लौटने की सलाह दी।