ओवैसी ने कहा- पीएम मोदी का राम मंदिर भूमि पूजन में शामिल होना संविधान के शपथ का उल्लंघन
By अनुराग आनंद | Published: July 28, 2020 02:40 PM2020-07-28T14:40:06+5:302020-07-28T14:40:06+5:30
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अयोध्या भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होना प्रधानमंत्री के संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा।
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी का अयोध्या में होने वाले भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होना प्रस्तावित है। 5 अगस्त को होने वाले इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी समेत केंद्र के कई बड़े भाजपा नेता इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं।
इसी मामले में अब AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन औवैसी ने कहा है कि यदि पीएम नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं तो ये संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता संविधान के बुनियादी ढांचे का हिस्सा है।
बता दें कि 5 अगस्त को अयोध्या में होने वाले इस कार्यक्रम में भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत कई नेताओं को आमंत्रण पत्र भेजा गया है।
Attending Bhumi Pujan in official capacity will be a violation of @PMOIndia‘s constitutional oath. Secularism is part of the Basic Structure of Constitution
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 28, 2020
We can’t forget that for over 400 years Babri stood in Ayodhya & it was demolished by a criminal mob in 1992 https://t.co/qt2RCvJOK1
कार्यक्रम में ये लोग हो सकते हैं शामिल-
भूमि पूजन' के कार्यक्रम में पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और राम जन्मभूमि आंदोलन के अग्रिम नेताओं को अयोध्या में आमंत्रित किया जाएगा।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया था वह पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, वरिष्ठ बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और विनय कटियार को निमंत्रित करेंगे।
इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आमंत्रित लोगों की सूची में शामिल हैं।
भूमिपूजन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मौजूद नहीं रहेंगे-
अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर के भूमिपूजन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मौजूद नहीं रहेंगे। प्राप्त जानकारी के मुताबिक किसी भी मुख्यमंत्री या राज्यपाल को इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता नहीं दिया गया है।
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने लोकमत से विशेष बातचीत में यह जानकारी दी। टेलीफोन पर हुई बातचीत में आलोक कुमार ने कहा, ''विहिप,उद्धव ठाकरेजी के इस सुझाव से बेहद आहत है कि अयोध्या का भूमिपूजन कार्यक्रम वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये किया जाना चाहिए।''
उन्होंने कहा कि हालांकि ठाकरे को भूमिपूजन कार्यक्रम में नहीं बुलाने का इस बयान से कोई संबंध नहीं है। यह फैसला नीतिगत फैसला है, जिसके तहत कोविड-19 महामारी के प्रकोप को देखते हुए किसी भी मुख्यमंत्री को न्यौता नहीं दिया गया है। जब आलोक कुमार से पूछा गया कि क्या इसमें कोई अपवाद होगा, तो उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस कार्यक्रम में जरुर मौजूद रहेंगे।