नरेंद्र मोदी के डर से एक साथ आए हैं विपक्षी नेता: स्मृति ईरानी
By भाषा | Published: January 23, 2019 10:05 PM2019-01-23T22:05:33+5:302019-01-23T22:05:33+5:30
ईरानी ने यहां भाजपा की ‘‘गणतंत्र बचाओ’’ रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल ने अनोखी स्थिति देखी जहां लोग (विपक्षी नेता) राजनीतिक मंच पर एक साथ आए।
विपक्षी पार्टियों की कोलकाता में हाल में हुई रैली पर कटाक्ष करते हुए केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कहा कि जो नेता जीवनभर एक दूसरे का विरोध करते रहे, वे अपने ‘‘निजी हितों’’ को पूरा करने और ‘‘नरेंद्र मोदी के डर से’’ एक साथ आ गये हैं।
ईरानी ने यहां भाजपा की ‘‘गणतंत्र बचाओ’’ रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल ने अनोखी स्थिति देखी जहां लोग (विपक्षी नेता) राजनीतिक मंच पर एक साथ आए। उनका जनता के विकास से कोई लेना-देना नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे (विपक्षी नेता) नरेंद्र मोदी के डर से एक साथ आए हैं। वे अपने निजी हितों को पूरा करने के लिए एक साथ आए हैं। उन्होंने जिंदगी भर एक दूसरे का विरोध किया लेकिन नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई विकास यात्रा को रोकने के लिए वे एक साथ आए हैं।’’
ईरानी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की कोशिश करने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मजाक बनाया। उन्होंने कहा कि ममता को कांग्रेस में रहने के दौरान परेशान किया गया था।
ईरानी बीरभूम जिले के सूरी में निर्धारित अपनी दूसरी रैली में शामिल नहीं हो सकी क्योंकि अधिकारियों ने उनके हेलीकाप्टर को झाड़ग्राम में उतरने की अनुमति नहीं दी।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने आरोप लगाया कि जिले के अधिकारियों ने साजिश की ताकि स्मृति ईरानी सूरी की रैली में शामिल नहीं हो सकें।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने झाड़ग्राम रैली के लिए भाजपा को अनुमति दी थी लेकिन आयोजन स्थल के पास हेलीकाप्टर उतरने की अनुमति देने से इंकार कर दिया।
सिन्हा ने कहा, ‘‘इसलिए स्मृति ईरानी के हेलीकाप्टर को कलाईकुंडा एयर फोर्स स्टेशन पर उतारा गया और वहां से कार से यात्रा (करीब 40 किलोमीटर) की गयी। बाद में वह उसी रास्ते से लौटीं। इससे पूरे कार्यक्रम में देरी हुयी और सूर्यास्त होने के बाद हेलीकाप्टर उड़ान नहीं भर सका।’’
तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया।