अब अधिकारी नहीं बल्कि किसान करेंगे मंडी समितियों का संचालन: योगी आदित्यनाथ
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 10, 2019 03:32 AM2019-06-10T03:32:21+5:302019-06-10T03:32:21+5:30
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने मंडियों की व्यवस्था में आमूल—चूल परिवर्तन किया है, लेकिन ये मंडियां और सफलतापूर्वक तभी चल पाएंगी जब किसानों के प्रतिनिधि ही इन मंडियों का संचालन करें.
लखनऊ, 9 जून (एजेंसी): उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार ने तय किया है कि आने वाले समय में मंडी समितियों का संचालन कोई अधिकारी नहीं, बल्कि किसानों का प्रतिनिधि करेगा. योगी ने आज 'द मिलियन फार्मर्स स्कूल' कार्यशाला के तीसरे संस्करण के उद्घाटन अवसर पर कहा कि किसी मंडी का कोई अधिकारी क्यों संचालन करेगा? जिन किसानों के लिए मंडियां स्थापित की गई हैं, वह क्यों उनका संचालन नहीं कर सकते. किसानों के प्रतिनिधियों की एक बॉडी ही मंडियों समितियों का संचालन करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने मंडियों की व्यवस्था में आमूल—चूल परिवर्तन किया है, लेकिन ये मंडियां और सफलतापूर्वक तभी चल पाएंगी जब किसानों के प्रतिनिधि ही इन मंडियों का संचालन करें. योगी ने प्रदेश की पिछली सरकारों पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों के जमाने में किसानों के प्रति राजनीतिक उपेक्षा थी. उन सरकारों की अकर्मण्यता के कारण किसानों की उपज खरीदने की कोई पारदर्शी व्यवस्था नहीं थी. किसानों के सामने कृषि से पलायन करने या फिर आत्महत्या करने के अलावा कोई चारा नहीं था.
योगी ने कहा कि प्रदेश की चीनी मिलें किसानों की आय का बड़ा साधन हैं. हम इन्हें आधुनिकता से जोड़ेंगे. हम जो चीनी मिलें लगा रहे हैं, उनकी क्षमता के निर्माण के साथ ही डिस्टलरी भी लगाएंगे और एथेनॉल बनाकर वाहनों को चलाएंगे. इससे इको फ्रेंडली ईंधन मिलेगा और ईंधन के लिए विदेशों पर हमारी निर्भरता कम होगी. हमने तीन चीनी मिलों पर यह काम शुरू भी कर दिया है.