चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्त्री ने कहा- गलवान घाटी पर चीन की सम्प्रभुता का दावा 'टिकने योग्य' नहीं
By सुमित राय | Published: June 26, 2020 08:39 PM2020-06-26T20:39:55+5:302020-06-26T21:24:42+5:30
चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्त्री ने कहा कि गलवान घाटी पर चीन की सम्प्रभुता का दावा ‘टिकने योग्य’ नहीं है।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में चल रहे विवाद के बीच चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्त्री ने चीन को कड़े शब्दों में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के लिए सैन्य गतिरोध को समाप्त करने का एकमात्र तरीका है, वहां नए निर्माण बंद करना।
पीटीआई से बात करते हुए विक्रम मिस्त्री ने कहा कि गलवान घाटी पर चीन की सम्प्रभुता का दावा ‘टिकने योग्य’ नहीं है, ऐसे बढ़-चढ़ कर किए गए दावों से कोई मदद नहीं मिलने वाली है। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर यथा स्थिति को बदलने के चीन के प्रयासों का सीमा संबंधी द्विपक्षीय संबंधों पर 'प्रभाव पड़ेगा और प्रतिक्रिया होगी।'
उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा वास्तविक नियंत्रण रेखा के भारतीय इलाके में ही अपनी गतिविधियों को अंजाम दिया है। चीन को सीमा का उल्लंघन करने और वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय इलाके में निर्माण का चलन बंद करना होगा। इसके साथ ही चीन को भारतीय सेना के सामान्य गश्त में अवरोध और बाधाएं उत्पन्न करना बंद करना चाहिए।
China's claim of sovereignty over Galwan completely "untenable"; such exaggerated claims are not going to help: Indian envoy to China
— Press Trust of India (@PTI_News) June 26, 2020
विक्रम मिस्त्री ने कहा कि जमीन पर यथास्थिति बदलने की चीन की कोशिशों से द्विपक्षीय संबंधों में दरार पैदा हो सकती है। उन्होंने कहा कि हाल ही में चीनी सेना की ओर से उठाए गए कदमों ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और भरोसे को काफी नुकसान पहुंचाया है। बेहतर संबंधों के लिए सीमा पर शांति बहुत जरूरी है।
Maintaining peace and tranquillity on the border is sine qua non for progress in the rest of bilateral relationship: Indian envoy to China
— Press Trust of India (@PTI_News) June 26, 2020
लद्दाख में 15 जून को शहीद हुए थे 20 भारतीय जवान
बता दें कि सोमवार को लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ खूनी झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 जवान शहीद हो गए थे। भारतीय सेना ने बताया है कि शहीद हुए जवानों में 15 जवान बिहार रेजिमेंट से थे। इसके अलावा पंजाब रेजिमेंड के 3, 81 एमपीएससी रेजिमेंट और 81 फील्ड रेजिमेंट के एक-एक जवान शहीद हुए।
मई के शुरू से एलएसी पर सैनिक और युद्ध सामग्री जुटा रहा चीन
भारत ने पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के लिए बीजिंग को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि चीन मई के शुरू से ही वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बड़ी संख्या में सैनिक और युद्ध सामग्री जुटा रहा है और चीनी बलों का आचरण पारस्परिक सहमति वाले नियमों के प्रति पूर्ण अनादर का रहा है।