सेक्स रैकेट कांड में RJD के एक विधायक पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, नाबालिग पीड़िता ने कोर्ट में लिया नाम
By एस पी सिन्हा | Published: September 10, 2019 06:46 PM2019-09-10T18:46:13+5:302019-09-10T18:46:13+5:30
सेक्स रैकेट मामलाः सोमवार की शाम कांड के अनुसंधानकर्ता इंस्पेक्टर चंद्रशेखर गुप्ता ने आवेदन देकर कोर्ट से सीलबंद लिफाफे में बयान की कॉपी प्राप्त की. इसके बाद सीधे एसपी कार्यालय जाकर उन्होंने सीलबंद लिफाफे को सौंप दिया है.
बिहार के चर्चित पटना-भोजपुर सेक्स रैकेट मामले में आरोपों के घेरे में आए राजद के एक विधायक पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है. उन्हें कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है. चर्चा है कि इस चर्चित सेक्स रैकेट कांड में पीड़िता ने धारा 164 के तहत दोबारा कोर्ट में दर्ज कराए अपने बयान में विधायक का नाम लिया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोमवार की शाम कांड के अनुसंधानकर्ता इंस्पेक्टर चंद्रशेखर गुप्ता ने आवेदन देकर कोर्ट से सीलबंद लिफाफे में बयान की कॉपी प्राप्त की. इसके बाद सीधे एसपी कार्यालय जाकर उन्होंने सीलबंद लिफाफे को सौंप दिया है. पीड़ित नाबालिग लड़की ने कोर्ट में दिए अपने बयान में उनका नाम लिया है.
भोजपुर के एसपी सुशील कुमार ने बताया कि पहले पीड़िता ने धारा 161 और 164 के तहत बयान में किसी विधायक विशेष का नाम नहीं लिया था. लेकिन चार दिन पहले एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें पीड़िता ने एक विधायक का नाम लिया था. उसकी जांच का आदेश कांड के अनुसंधानकर्ता और डीएसपी को दिया गया था.
एसपी ने बताया कि इसके अलावा उन्होंने अपनी पर्यवेक्षण रिपोर्ट में भी पीड़िता का दोबारा बयान दर्ज कराने का आदेश दिया था. एसपी ने फिलहाल आरोपित विधायक का नाम बताने से इनकार किया.
हालांकि, इस मामले में अभी तक समाने आए तथ्यों को मिलाकर देखें तो वह राजद के एक कद्दावर विधायक हैं. खास बात यह है कि उन्होंने आरोप लगने के बाद अपनी सफाई भी दी थी कि पटना स्थित अपने विधायक आवास पर वह नहीं जाते, वहां उनके लोग रहते हैं.
उल्लेखनेय है कि बीते 18 जुलाई को पटना में संचालित सेक्स रैकेट से भागकर भोजपुर पुलिस के पास पहुंची एक नाबालिग लड़की ने बताया था कि उसे पटना में एक इंजीनियर व एक विधायक के आवास पर भेजा जाता था. आवास नंबर के आधार पर आरोप के घेरे में आए राजद विधायक ने सफाई देते हुए अपनी संलिप्तता से इनकार भी किया था, लेकिन गिरफ्तार सेक्स रैकेट संचालिका अनिता देवी ने लड़की को विधायक आवास पर भेजे जाने की बात स्वीकार की थी.
इसके बाद करीब एक महीने तक शांत पड़ा यह मामला पीड़िता के कोर्ट में दिए बयान के बाद फिर चर्चा में है. इस मामले में आरा पुलिस ने रैकेट की संचालिका अनीता, संचालक संजय यादव, दलाल संजीत के साथ आरोप के घेरे में आए इंजीनियर अमरेश को जेल भेज चुकी है. विधायक समेत अन्य रसूखदारों के बारे में छानबीन चल रही है. सीआइडी भी अलग से तफ्तीश कर रही है. अब पुलिस कोर्ट में विधायक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट के लिए अर्जी देगी.
यहां बता दें कि इसके पहले राजद के ही एक तत्कालीन विधायक राजबल्लभ यादव की सेक्स रैकेट में संलिप्तता सामने आई थी. उस मामले में विधायक को सजा हो चुकी है. ऐसे में अगर इस विधायक पर कार्रवाई होती है तो राजद के यह दूसरे विधायक होंगे, जो सेक्स रैकेट के मामले में जेल जायेंगे.