इतिहास में 9 दिसंबर: कोलकाता के अस्पताल में भीषण आग लगने से 90 मरीजों की मौत, जानें और क्या-क्या है दर्ज
By भाषा | Published: December 9, 2019 12:18 PM2019-12-09T12:18:45+5:302019-12-09T12:20:21+5:30
सोनिया गांधी का इटली में जन्म। उनका वास्तविक नाम अंतोनिया माइनो था, लेकिन राजीव गांधी से विवाह के बाद वह सोनिया गांधी बनीं। पढ़ें आज का इतिहास...
नौ दिसंबर का दिन इतिहास में एक दुखद घटना के साथ दर्ज है। नौ दिसंबर 2011 को कोलकाता के एक अस्पताल में भीषण आग लगने से तकरीबन 90 मरीजों की मौत हो गई थी। उस अभागी सुबह अस्पताल में बेसमेंट से शुरू हुई आग ने पूरे अस्पताल को अपनी चपेट में ले लिया। बहुत से मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन बहुत से मरीजों की दम घुटने से मौत हो गई। यह हादसा अपने आप में कई सवाल छोड़ गया। अस्पताल में लोग अपना इलाज कराने और अपनी जान बचाने पहुंचते हैं।
ऐसे में आईसीयू और अन्य वार्ड में भर्ती मरीजों की बेबसी का अंदाजा लगाना भी मुश्किल है जो जीवनरक्षक मशीनों के सहारे जिंदगी की जंग जीतने की उम्मीद बांधे थे, लेकिन आग के जहरीले धुएं ने उन्हें मौत के अंधे कुएं में धकेल दिया।
नौ दिसंबर की तारीख में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
- 1946 : सोनिया गांधी का इटली में जन्म। उनका वास्तविक नाम अंतोनिया माइनो था, लेकिन राजीव गांधी से विवाह के बाद वह सोनिया गांधी बनीं।
- 1946 : नयी दिल्ली के काउंसिल चैम्बर के पुस्तकालय भवन में संविधान सभा की पहली बैठक हुई। मुस्लिम लीग ने बैठक का बहिष्कार किया और पाकिस्तान के लिए अलग संविधान सभा के गठन की मांग उठाई।
- 1961 : तंगानिका को आजादी मिली। जूलियस न्येरेरे इसके प्रथम प्रधानतंत्री बने और 1964 में जंजीबार द्वीप के साथ विलय के बाद इसका नया नाम हुआ तंजानिया।
- 1979 : विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा चेचक के उन्मूलन के लिए दुनियाभर में चलाए गए अभियान के करीब दस बरस बाद इस घातक संक्रमण के उन्मूलन का ऐलान।
- 1987: इंग्लैंड के पाकिस्तान दौरे में दूसरे टेस्ट मैच के दौरान कप्तान माइक गैटिंग और अंपायर शकूर राणा के बीच जमकर बहस हुई और दूसरे दिन का खेल शुरू नहीं हो पाया।
- 1992 : प्रिंस चार्ल्स और प्रिंसेस डायना के अलग होने की औपचारिक तौर पर घोषणा। 29 जुलाई 1981 को हुए इस जोड़े के शाही विवाह को करीब एक अरब लोगों ने टेलीविजन पर देखा था।
- 2011 : कोलकाता के एएमआरआई अस्पताल में भीषण आग लगने से तकरीबन 90 मरीजों की मौत।